उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड के नैनीताल जिले के हल्द्वानी तहसील क्षेत्र से एक हैरतअंगेज खबर सामने आई है जहां विवाह के निर्धारित दिन शादी के जोड़े में सजी-धजी दुल्हन घंटों दूल्हे का इंतजार करती रही, लेकिन दूल्हा बारात लेकर नहीं पहुंचा।
पूरे दिन इंतजार करने के बाद भी जब दूल्हा नहीं आया तो आखिरकार दुल्हन को थाने का दरवाजा खटखटाना पड़ा। पुलिस ने जहां मामले की तहकीकात शुरू कर दी है वहीं यह खबर पूरे क्षेत्र में चर्चाओं का भी हिस्सा बनी हुई है।
जानकारी के मुताबिक दुल्हन के जोड़े में मुखानी थाने पहुंची युवती ने पुलिस को बताया कि वह मूल रूप से नैनीताल जिले के तल्लीताल क्षेत्र की रहने वाली है और वर्तमान में मुखानी थाना क्षेत्रांतर्गत किराए में रहती थी। इससे पहले वह उधमसिंह नगर जिले के रुद्रपुर में रहती थी।
युवती का आरोप है कि जब वह रुद्रपुर में रहती थी, तब बिंदुखत्ता, लालकुआं निवासी मनीष जोशी उसके पड़ोस में रहता था। वहीं दोनों की जान-पहचान हुई, जो पहले दोस्ती में बदली और फिर मनीष ने शादी का वादा कर प्यार का इजहार किया। जिसे पहले तो युवती ने इंकार कर दिया परंतु बार-बार युवक के कहने पर उसने इस शर्त पर प्रेम प्रस्ताव स्वीकार कर लिया कि वह उससे ही शादी करेगा।
आरोप है कि इसके बाद युवक ने होटल में उसके साथ कई बार शारीरिक संबंध बनाए। कभी हल्द्वानी, कभी भीमताल तो कभी किराए के कमरे में मनीष ने उसकी मजबूरी का फायदा उठाया। जब युवती ने शादी के लिए दबाव बनाया तो दोनों परिवारों ने रिश्ते के लिए हामी भर दी और 2 मार्च को हल्द्वानी के आर्य समाज मंदिर में शादी की तारीख तय कर दी गई।
शादी के दिन युवती दुल्हन के जोड़े में अपने रिश्तेदारों और परिजनों के साथ मंदिर पहुंच गई, लेकिन न तो बारात आई और ना ही दूल्हा और उसके परिजन। जब युवती ने फोन किया तो मनीष का मोबाइल स्विच ऑफ मिला। घंटों इंतजार के बाद ठगी-सी युवती आखिरकार सीधा मुखानी थाने पहुंच गई। वहीं, थानाध्यक्ष विजय मेहता ने बताया कि पीड़िता की तहरीर पर दुष्कर्म और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। वहीं मनीष के माता-पिता और बहन के खिलाफ भी धमकी देने का मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।