उत्तर नारी डेस्क
चारधाम यात्रा 2025 के लिए अब तक 15 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा इस बार कई सख्त नियम और तकनीकों को लागू किया है।
उत्तराखण्ड चारधाम यात्रा 2025 की तैयारियां बहुत जोरों-शोरों से चल रही हैं। आगामी 30 अप्रैल से शुरू होने वाली चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण संख्या बढ़ रही है। अब तक 15 लाख से ज्यादा श्रद्धालु ऑनलाइन पंजीकरण करवा चुके हैं।
इस बीच यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए परिवहन विभाग ने चारधाम यात्रा के लिए एडवाइजरी जारी की है। इसके तहत पर्वतीय मार्गों पर रात के समय व्यवसायिक वाहनों के संचालन पर पूरी तरह से रोक लगाई गयी है। रात्रि 10 बजे से सुबह 4 बजे तक कोई भी व्यवसायिक वाहन यात्रा मार्गों पर नहीं चल सकेगा। एआरटीओ प्रशासन चक्रपाणि मिश्रा ने बताया कि पहाड़ी मार्गों पर ड्राइविंग के लिए दक्षता अनिवार्य है।
व्यवसायिक वाहन चालकों को विशेष प्रशिक्षण के प्रमाणपत्र, फिटनेस सर्टिफिकेट और वाहन के सभी दस्तावेज पूरे रखने होंगे इसके साथ ही चालकों की वेशभूषा, व्यवहार और स्वास्थ्य पर भी नजर रखी जाएगी। उन्होंने बताया कि एडवाइजरी के मुताबिक यात्रा के दौरान वाहन चालकों को चप्पल या सैंडल पहनकर गाड़ी चलाने की अनुमति नहीं होगी। चालकों को बंद जूते या मजबूत ट्रैकिंग शूज पहनना अनिवार्य किया गया है ताकि पहाड़ी रास्तों पर वाहन संचालन के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।