उत्तर नारी डेस्क
जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान की अध्यक्षता में एनआईसी कक्ष में वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना व दीनदयाल उपाध्याय गृह आवास होमस्टे योजना की जनपद स्तरीय चयन समिति की बैठक आयोजित की गयी। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये कि स्वरोजगार हेतु आ रहे आवेदनों की जांच कर उन्हें योजना से लाभान्वित करें, जिससे वह समय पर योजना का लाभ उठा सकेंगे। इस दौरान उन्होंने आवेदकों से स्वरोजगार योजना में होमस्टे व वाहन मद के आवेदकों के व्यावसायिक व कार्यक्षेत्र के बारे में संपूर्ण जानकारी ली।
गुरुवार को आयोजित बैठक में जिलाधिकारी ने योजना के तहत प्राप्त आवेदनों के निस्तारण में हो रही देरी पर मुख्य विकास अधिकारी को सभी मामलों की समीक्षा करने के निर्देश दिये हैं। साथ ही उन्होंने एलडीएम को निर्देश दिये कि इंडिया बैंक द्वारा होमस्टे योजना के तहत आवेदन पत्र को स्वीकृत नहीं करने के कारणों की जांच करें। वहीं उन्होंने संबंधित आवेदकों को कहा कि समय पर बैंकों में अपने दस्तावेज जमा करें, जिससे बैंक को ऋण देने में आसानी प्राप्त होगी। उन्होंने आवेदकों को वाहन संचालन व होमस्टे के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने को कहा। कहा कि स्वरोजगार में अधिक मेहनत और नवाचारी प्रयास को अमल में लाएं ताकि आय में वृद्धि हो सकेगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि जिन आवेदकों के दस्तावेज अधूरे रह गये हैं, वह समय पर दस्तावेज पूर्ण करते हुये पर्यटन विभाग को प्रस्तुत करें। जिससे आगे की कार्यवाही समय पर की जा सकेगी। उन्होंने स्वरोजगार इच्छुक लोगों को योजना के तहत अधिक से अधिक स्वरोजगार मुहैया करने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने बैंक अधिकारियों को कहा कि जिन आवेदकों द्वारा पूरे दस्तावेज बैंक को प्रस्तुत किये हैं, वह तत्काल आगे की कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी कहा कि होमस्टे के लिए जिन आवेदकों के नक्शे नियमानुसार नहीं बने हैं, वह समय पर सही नक्शा बनाते हुए पर्यटन विभाग को प्रस्तुत करें।
वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना में 19 तथा दीनदयाल उपाध्याय होमस्टे योजना में 8 आवेदन प्राप्त हुए। वाहन मद के लिए 13 आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें 11 आवेदन स्वीकृत व गैर वाहन मद में 06 आवेदन आये, जिन्हें सभी को स्वीकृति दी गयी तथा होमस्टे के लिए सभी 8 आवेदन आये जिसमें 07 आवेदनों को स्वीकृत किया गया।