उत्तर नारी डेस्क
बारिश आते ही नमी वाली जगहों पर मशरूम उगने शुरू हो जाते हैं। इस सब्जी को ग्रामीण से लेकर शहरी इलाके तक खाने में काफी पसंद किया जाता है। लेकिन कभी-कभी इस मशरूम की जंगली प्रजाति यानी कुकुरमत्ता कहीं भी आसानी से उग जाती है। जिसे खाने से तबीयत खराब हो जाती है। कई बार ग्रामीण इस तरह के मशरूम को खाने की वजह से बीमार पड़ जाते हैं। अब ऐसी ही एक ख़बर कोटद्वार से है। जहां जंगली मशरूम खाने से एक महिला श्रमिक समेत सात नेपाली श्रमिकों की हालत बिगड़ गई है।
जानकारी अनुसार, नेपाल के जिला सुरखेत निवासी श्रमिक बड़ी संख्या में पौड़ी गढ़वाल के अलग-अलग क्षेत्रों में रहकर मजदूरी करते हैं। इन में से 20 से अधिक श्रमिक गुमखाल में एक होटल निर्माण कार्य में जुटे हैं। इस दौरान बीते सोमवार शाम काम निपटाने के बाद लाल बहादुर होटल के पीछे लगी मशरूम तोड़कर ले आया और रात्रि भोजन के लिए सब्जी बना ली। जिसे सभी श्रमिकों के एक ही जगह ठहरे होने से सोमवार रात कई श्रमिकों ने सब्जी मिल-बांटकर खा ली।
भोजन करने के करीब एक घंटे बाद ही श्रमिकों की हालत बिगड़ने लगी और उल्टी-दस्त, पेट में दर्द, बेचैनी से त्रस्त श्रमिकों में चीख-पुकार मच गई। जिसके बाद अन्य श्रमिक उन्हें आनन-फानन में सीएचसी रिखणीखाल ले गए। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रिखणीखाल में प्राथमिक उपचार के बाद सभी श्रमिकों को बेस अस्पताल कोटद्वार में भर्ती कर उपचार दिया जा रहा है। समय रहते उपचार मिलने से उनकी जान बाल-बाल बच गई।