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उत्तराखण्ड बोर्ड के 10वीं-12वीं में फेल छात्राओं को पास होने का मिलेगा एक और मौका, पढ़ें

 उत्तर नारी डेस्क 

उत्तराखण्ड बोर्ड के 10वीं और 12वीं की परीक्षा में इस साल कई  हजार छात्र फेल हो गए है। इन फेल छात्रों में से हजारों छात्र-छात्राओं को उत्तराखण्ड विद्यालयी शिक्षा परिषद रामनगर की ओर से उत्तीर्ण होने के लिए मौके दिए जाएंगे। 

इसी क्रम में उत्तराखण्ड विद्यालयी शिक्षा परिषद (UBSE) ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के छात्र-छात्राओं के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए परीक्षाफल सुधार परीक्षा (Improvement Examination) का कार्यक्रम घोषित किया है। यह फैसला उन विद्यार्थियों के लिए राहत लेकर आया है, जो बोर्ड परीक्षा में एक या दो विषयों में अनुत्तीर्ण हो गए थे।

परिषद के सचिव वी.पी. सिमल्टी ने जानकारी दी कि यह अवसर हाईस्कूल (10वीं) के उन छात्रों को दिया जाएगा जो अधिकतम दो विषयों में फेल हुए हैं, और इंटरमीडिएट (12वीं) के उन छात्रों को जो एक विषय में अनुत्तीर्ण हुए हैं। यह सुधार परीक्षा उन्हें उत्तीर्ण होकर अगली कक्षा में प्रवेश लेने का एक और अवसर प्रदान करेगी।

परीक्षाफल सुधार परीक्षा 4 अगस्त से 11 अगस्त 2025 तक आयोजित की जाएगी। परीक्षा का समय प्रातः 10:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक निर्धारित किया गया है। बोर्ड ने राज्यभर में परीक्षा के सुचारू संचालन के लिए कुल 97 परीक्षा केंद्रों की स्थापना की है।

रामनगर स्थित बोर्ड कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस सुधार परीक्षा में कुल 19,106 छात्र-छात्राएं सम्मिलित होंगे। इसमें हाईस्कूल (10वीं) के 8400 छात्र इंटरमीडिएट (12वीं) के 10,706 छात्र शामिल हैं।इनमें सबसे अधिक परीक्षार्थी हरिद्वार जिले से हैं, जहाँ से 4658 छात्र-छात्राएं परीक्षा में भाग लेंगे। वहीं, चंपावत जिला सबसे कम परीक्षार्थियों के साथ सामने आया है, जहाँ से केवल 316 छात्र पंजीकृत हैं। 

छात्र संख्या के आधार पर कुछ स्थानों पर अतिरिक्त केंद्र बनाए गए हैं। हरिद्वार जिले के बहादराबाद में दो परीक्षा केंद्र,ऊधमसिंह नगर जिले के रुद्रपुर में दो परीक्षा केंद्र। यह निर्णय इसलिए लिया गया ताकि छात्रों को भीड़भाड़ से बचाया जा सके और परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित की जा सके। उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद ने सभी संबंधित छात्रों से समय पर परीक्षा केंद्रों पर पहुंचने और अनुशासन बनाए रखने की अपील की है। बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया है कि यह परीक्षा अंतिम अवसर के रूप में दी जा रही है, जिससे छात्र अपने भविष्य को बेहतर दिशा दे सकें।

यह सुधार परीक्षा उत्तराखंड बोर्ड के हजारों छात्र-छात्राओं के लिए एक सुनहरा अवसर है। इसके माध्यम से वे अपनी पिछली गलतियों को सुधार सकते हैं और शिक्षा की मुख्यधारा में बने रह सकते हैं। अभिभावकों और विद्यालयों को चाहिए कि वे छात्रों को इस परीक्षा के लिए प्रेरित करें और उनकी तैयारी में सहयोग करें

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