उत्तर नारी डेस्क
गढ़वाल और कुमाऊं को जोड़ने वाले बुआखाल-धुमाकोट-रामनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पाबौ के निकट कलगड़ी में नव निर्मित बैली ब्रिज को छोटे वाहनों के आवागमन के लिए खोल दिया गया है। पुल बनने से पौड़ी जिले के पैठाणी, थलीसैंण, चाकीसैंण, त्रिपालीसैंण, भरसार, बीरोंखाल और धुमाकोट क्षेत्र का जिला मुख्यालय से, तथा पौड़ी का कुमाऊं मंडल के रामनगर क्षेत्र से एक बार फिर सीधा यातायात संपर्क स्थापित हो गया है।
कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग (राष्ट्रीय राजमार्ग खंड) धुमाकोट के अनुसार, लगभग पाँच दिन में पुल को बड़े वाहनों की आवाजाही के लिए भी पूर्ण रूप से खोल दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि 06 अगस्त की सुबह भारी बारिश के कारण कलगड़ी में वर्ष 1970 में बना पुराना पुल ध्वस्त हो गया था, जिससे कई क्षेत्रों का संपर्क पूरी तरह कट गया था।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आपदाग्रस्त क्षेत्र में स्वयं पहुँचकर दिए गए निर्देशों के क्रम में जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के नेतृत्व में पीडब्लूडी एनएच डिवीजन ने तत्परता और समर्पण के साथ नए पुल का निर्माण कार्य शुरू किया और रिकॉर्ड समय में इसे पूरा किया।
पीडब्लूडी के सहायक अभियंता प्रमोद नेगी के अनुसार, कलगड़ी में 45 मीटर स्पान का बैली ब्रिज बनाया गया है। मंगलवार की रात विभागीय वाहनों को गुजारकर पुल की टेस्टिंग की गई। सारे पहलुओं को देखने के बाद बुधवार को प्रथम चरण में इसे छोटे वाहनों के लिए खोल दिया गया है और जल्द ही भारी वाहनों की आवाजाही भी सुचारू हो जाएगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि यह पुल न केवल आवाजाही की सुविधा बहाल करता है, बल्कि पहाड़ की जीवनरेखा को भी जोड़ता है। हमारी प्राथमिकता थी कि लोगों को जल्द से जल्द राहत मिले। टीमवर्क, तेज़ निर्णय और जनता के सहयोग से यह संभव हुआ है। साथ ही उन्होंने कहा कि पीडब्लूडी को पुल पर गुणवत्ता के साथ जल्दी से जल्दी बड़े वाहनों के लिए भी खोलने के निर्देश दिये गये हैं।