उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष के अवसर पर शासन के निर्देशानुसार राज्य स्थापना सप्ताह के अंतर्गत 3 से 9 नवम्बर तक जनपद के समस्त कोषागार एवं उपकोषागारों में पेंशन जागरुकता शिविरों का आयोजन किया जाएगा।
कोषाधिकारी अमर्त्य विक्रम सिंह ने बताया कि सप्ताह भर चलने वाले इन शिविरों का उद्देश्य पेंशनरों को विभिन्न योजनाओं एवं प्रक्रियाओं की जानकारी देना है, जिससे वे पेंशन स्वीकृति, पारिवारिक पेंशन, डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र, आयकर, स्वास्थ्य प्रतिपूर्ति और साइबर सुरक्षा जैसे विषयों से भली-भांति परिचित हो सकें।
कोषाधिकारी ने बताया कि 3 नवम्बर को पेंशन स्वीकृति एवं पारिवारिक पेंशन से जुड़ी व्यवहारिक कठिनाइयों के समाधान हेतु जानकारी दी जाएगी। 4 नवम्बर को जीवन प्रमाण पत्र और डिजिटल माध्यम से इसे जमा करने की प्रक्रिया पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। 5 नवम्बर को पेंशनरों को आयकर संबंधी जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा 6 नवम्बर को स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से पेंशनरों के लिए निःशुल्क चिकित्सा शिविर आयोजित होगा तथा अंशदायी पेंशन योजना एवं चिकित्सा प्रतिपूर्ति से जुड़ी जानकारी दी जाएगी। वहीं 7 नवम्बर को पुलिस विभाग एवं बैंकों के सहयोग से साइबर धोखाधड़ी से बचाव पर जागरूकता कार्यक्रम होगा।
उन्होंने बताया कि 8 नवम्बर को 80 वर्ष से अधिक आयु वाले पेंशनरों के जीवन प्रमाण पत्र हेतु घर पर प्रमाण-पत्र सेवा (डोर स्टेप सेवा) पर चर्चा की जाएगी, जबकि 9 नवम्बर को आहरण एवं वितरण अधिकारियों की बैठक में पेंशन प्रक्रिया में आ रही समस्याओं एवं उनके समाधान पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
कोषाधिकारी ने बताया कि यह कार्यक्रम कोषागार पौड़ी, श्रीनगर, थलीसैंण, धुमाकोट, सतपुली, लैंसडाउन व कोटद्वार में आयोजित होंगे। उन्होंने सभी पेंशनरों से अपील की है कि वे आगामी 3 से 9 नवम्बर तक आयोजित होने वाले इन कार्यक्रमों में अधिक से अधिक संख्या में भाग लें और योजनाओं का लाभ प्राप्त करें।



