उत्तर नारी डेस्क
पिछले दिनों चमोली जिले के पहाड़ों में बर्फबारी देखी गई थी और अब बर्फबारी के बाद मौसम सुहावना हो चला है औली में बर्फबारी के बाद पर्यटकों के पहुंचने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। ऊंची वाली पहाड़ियों में हिमपात होने से चारों और प्रकृति का सुंदर और विहंगम दृश्य दिखाई दे रहा है वही आज पर्यटक ने भी खुले मौसम में हिम क्रेडा स्थली औली पहुंच कर जमकर बर्फ का लुफ्त उठाया शीतकालीन पर्यटन की पहली पसंद जोशीमठ की पहचान इंटरनेशनल विंटर डेस्टिनेशन के रूप में जानने वाला औली जिसे मिनी स्विट्जरलैंड के नाम से जाना जाता है जहां आजकल खूब संख्या में देसी पर्यटक पहुंच रहे हैं |
पर्यटकों से गुलजार हो चली यहां एशिया की सबसे ऊंची रोपवे से सैलानी औली पहुंचने के साथ 4.1 किलोमीटर की खूबसूरत रोपवे राइड से हाथी घोड़ी पालकी सहित उत्तराखंड की सबसे ऊंचे हिमशिखर माउंट नंदा देवी का दीदार कर रहे हैं बर्फबारी के बाद औली में पर्यटकों की आमद होने से स्थानीय पर्यटन कारोबार से जुड़े युवाओं और होमस्टे संचालकों का भी स्वरोजगार की एक नई उम्मीद जाग गई है।
बता दे, कि मौसम का मिजाज बदलने के साथ ही बदरीनाथ, हेमकुंड साहिब तथा ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई, यहां स्थानीय युवा औली गौर शो रूट पर टूरिस्ट को घुमाने के साथ-साथ गुलशन टॉप पॉइंट तक हॉर्स राइडिंग के साथ डे हाय किंग करा कर अपनी आजीविका चला रहे हैं पर्यटकों की बात किया जाए तो खूब संख्या में दिखाई दे रहे हैं हर साल हजारों की संख्या में पर्यटक देश विदेश से घूमने के लिए यहां पहुंचते हैं |
इस बार विश्व महामारी करो ना के चलते यहां पर बहुत कम लोग दिखाई दिए थे लेकिन अब कुछ छूट मिलने के बाद यहां पर खूब संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं यहां एशिया की सबसे लंबी और सबसे बड़ी रोपवे दिखाई देती है पर्यटकों की बात किया जाए कहीं पर्यटकों का कहना है कि यह किसी जन्नत से कम नहीं।