उत्तर नारी डेस्क
कोविड महामारी के दौरान बंद हुए पर्यटन कारोबार को फ़िर से गति देने की कड़ी में अब टिहरी झील महोत्सव का आयोजन होने जा रहा है। जी हां, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के मुताबिक, टिहरी झील महोत्सव का आयोजन 16 और 17 फरवरी, 2021 को टिहरी की कोटि कॉलोनी में किया जाएगा। इस महोत्सव का उद्देश्य विश्व मानचित्र पर उत्तराखंड को विशिष्ट पहचान दिलाना तथा राज्य में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देना है। इस दो दिवसीय महोत्सव के आयोजन से जहां पर्यटन बढ़ेगा, वहीं स्थानीय युवाओं को रोज़गार के अवसर भी मिलेंगे। साथ ही राज्य में पर्यटकों की आवाजाही बढ़ेगी तथा लोगों को स्वरोज़गार का अवसर भी उतपन्न होगा।
बताते चलें कि इस महोत्सव में पर्यटक बोटिंग, सर्फिंग, रिवर राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग, जेट-स्की, क्याकिंग, हॉट एयर बैलूनिंग जैसे अनेक साहसिक खेलों का भी अनोखा अनुभव ले सकेंगे। इनके अलावा इस महोत्सव में हमारी देव संस्कृति की भव्य झलक भी उजागर होगी। अनेक देवी-देवताओं की डोलियों का समागम होगा। निश्चित रूप से यह महोत्सव रोमांचक गतिविधियों और भक्तिमय भाव का संगम होगा।
टिहरी महोत्सव की नोडल अधिकारी पूनम चंद के मुताबिक, टिहरी झील महोत्सव में पर्यटकों के लिए जल क्रीड़ा में बोटिंग, जेट स्की, बनाना राईड, सर्फिंग, क्याकिंग, केनोइंग, स्कूवा डाइविंग जैसी मुख्य गतिविधियां आकर्षण का केंद्र होंगी। तो वहीं लैंड स्पोर्ट्स प्रतियोगिता में माउंटेन टरेन बाइकिंग, एटीवी बाइक, तीरंदाजी, एयरो स्पोर्ट्स में पैराग्लाइडिंग, पैरामोटर, हॉट एयर बैलून का भी आयोजन होगा।
टिहरी झील महोत्सव कार्यक्रम के लिए टिहरी की जिलाधिकारी ईवा श्रीवास्तव ने भी विभिन्न समितियों का गठन किया है। जिसमें स्थानीय स्कूली छात्र-छात्राओं की ब्लाक स्तर पर ‘अपनी टिहरी’ के नाम से पेंटिंग व गायन-वादन, नृत्य प्रतियोगिताएं कराई जा रही हैं। इन प्रतियोगिताों में जितने पर विजेताओं को टिहरी झील महोत्सव में प्रतिभाग करने का अवसर भी मिलेगा।
बताते चलें कि टिहरी झील के महोत्सव का मुख्य उद्देश्य उत्तराखण्ड को विश्व मानचित्र में विशिष्ट पहचान दिलाने व पर्यटन की गतिविधियों को बढ़ावा देने के साथ ही स्थानीय युवाओं को रोजगार मुहैया कराना है जिसके लिए यह दो दिवसीय टिहरी महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। यह सारे आयोजन उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के साहसिक विंग के दिशा निर्देशों में किये जायँगे।