पंडित राजेन्द्र प्रसाद बेबनी
22-मार्च-2021
वार:----------सोमवार
तिथी:--------08अष्ठमी09:00
माह:-----------मधुमास चैत्र10गते
पक्ष:-----------फाल्गुनशुक्लपक्ष
नक्षत्र:-----------आर्द्रा21:27
योग:------------सौभाग्य15:28
करण:----------बव05:43
चन्द्रमा:--------मिथुन
सूर्य:शुक्र:------------मीन
मंगल:राहू:-------------वृष
बुध:------------------कुम्भ
गुरु:शनि:----------------मकर
केतु:-----------------------वृच्छिक
सुर्योदय:---------06:43
सुर्यास्त:----------18:46
दिशा शुल---------पूर्व
निवारण उपाय:----दुध कि मिठाई/वस्तु का सेवन
ऋतु:---------बसंत ऋतु
गुलिक काल:---13:30से 15:00
राहू काल:-------07:30से09:00
अभीजित........12:17से13:05
विक्रम सम्वंत .........2077
शक सम्वंत ............1942
युगाब्द ..................5122
सम्वंत सर नाम:-प्रमादी
🌞चोघङिया दिन🌞
अमृत:-06:43से08:12तक
शुभ:-09:46से11:15तक
चंचल:-14:18से15:47तक
लाभ:-15:47से17:19तक
अमृत:-17:19से18:49तक
🌓चोघङिया रात🌗
चंचल:-18:49से20:18तक
लाभ:-23:16से00:45तक
शुभ:-02:14से03:43तक
अमृत:-03:43से05:12तक
चंचल:-05:12से06:43तक
आज के विशेष योग
वर्ष का 363वाँ दिन, दुर्गाष्टमी, दादूदयाल जयंती, राष्ट्रीय चैत्र मास प्रारंभ, राष्ट्रीय शाकः 1943 शुरु, विश्व जल दिवस, लक्ष्मी-सीता अष्टमी,
🏡🎪वास्तु टिप्स🎪🏡
एक सफेद कपड़े में साबुत नमक बाँध कर शौचालय में टांगने से घर के सदस्यों का स्वास्थ्य ठीक रहता है।
📕सुविचार📕
अन्याययुक्त लोभ को तो जरूर ही त्यागना चाहिये। अनुचित लोभ को भी जरूर त्यागना चाहिये।
💊💉आरोग्य उपाय🌱🌿
राई के औषधीय गुण :-
1. हृदय की शिथिलता-
घबराहत, व्याकुल हृदय में कम्पन अथवा बेदना की स्थिति में हाथ व पैरों पर राई को मलें। ऐसा करने से रक्त परिभ्रमण की गति तीव्र हो जायेगी हृदय की गति मे उत्तेजना आ जायेगी और मानसिक उत्साह भी बढ़ेगा।
2. हिचकी आना-
10 ग्राम राई पाव भर जल में उबालें फिर उसे छान ले एवं उसे गुनगुना रहने पर जल को पिलायें।
3. बवासीर अर्श-
अर्श रोग में कफ प्रधान मस्से हों अर्थात खुजली चलती हो देखने में मोटे हो और स्पर्श करने पर दुख न होकर अच्छा प्रतीत होता हो तो ऐसे मस्सो पर राई का तेल लगाते रहने से मस्से मुरझाने ल्रगते है।
कुटकी औषधीय गुण :- आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति अनुसार कुटकी का रस तिक्त एवं कटू होता है। स्वभाव में शीतल होती है। गुणों में लघु एवं दीपन – पाचन गुणों से युक्त होती है। कुटकी का विपाक भी कटु एवं तिक्त होता है। यह बुखार खत्म करने वाली, कीड़ों को नष्ट करने वाली, क्षुधावर्द्धक, कफ एवं पित्त, मूत्ररोग, दमा हिचकी, जलन आदि में उपयोगी सिद्ध होती है। इसके कटू पौष्टिक गुणों के कारण रस क्रिया को शुद्ध करती है एवं दीपन एवं पाचन गुणों से युक्त होती है। इसके अनुलोमिक धर्म की वजह से दस्त साफ़ लगता है अर्थात यह उत्तम विरेचक गुणों से युक्त होती है।
🐑🐂 राशिफल🐊🐬
🐏 राशि फलादेश मेष :-
(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
घर-दुकान व शोरूम इत्यादि की खरीद-फरोख्त की योजना बनेगी। कारोबारी बड़ा लाभ होने के योग हैं। स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। कोई धनहानि हो सकती है, सावधानी रखें। रोजगार प्राप्ति के प्रयास भरपूर करें। सफलता प्राप्त होगी। जल्दबाजी न करें।
🐂 राशि फलादेश वृष :-
(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग पठन-पाठन व लेखन इत्यादि में लगन व उत्साह से कार्य कर पाएगा। रचनात्मक कार्यों में रुचि रहेगी। धन प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। कारोबार में वृद्धि होगी। नए-नए विचार मन में आएंगे।
👫 राशि फलादेश मिथुन :-
(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
शारीरिक कष्ट के योग हैं। स्वास्थ्य के संबंध में लापरवाही न करें। कोई बुरी खबर मिल सकती है। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। दुष्टजनों से सावधान रहें। हानि पहुंचा सकते हैं। भावना में बहकर कोई निर्णय न लें। नौकरी में कार्यभार रहेगा। लाभ होगा।
🦀 राशि फलादेश कर्क :-
(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
प्रयास सफल रहेंगे। समाजसेवा करने का अवसर प्राप्त होगा। मान-सम्मान मिलेगा। खोई हुई वस्तु प्राप्त हो सकती है। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। उत्साह व प्रसन्नता से कार्य कर पाएंगे। निवेश शुभ रहेगा। प्रतिद्वंद्विता बढ़ेगी। जोखिम न लें।
🦁 राशि फलादेश सिंह :-
(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
घर में अतिथियों का आगमन होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। नौकरी में मातहतों का भरपूर सहयोग प्राप्त होगा। किसी कार्य के प्रति चिंता रहेगी। शत्रु सक्रिय रहेंगे।
👩🏻🦱 राशि फलादेश कन्या :-
(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। रोजगार में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। विवाद में विजय प्राप्त होगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ की संभावना है। जोखिम न लें। व्यापार अच्छा चलेगा।
⚖ राशि फलादेश तुला :-
(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
कोई बड़ा खर्च सामने आएगा। आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। किसी अपने ही व्यक्ति से कहासुनी होने की आशंका है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्य खराब हो सकता है। धैर्य रखें।
🦂 राशि फलादेश वृश्चिक :-
(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
कोई पुराना रोग परेशानी का कारण बन सकता है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। संतान पक्ष से अध्ययन तथा स्वास्थ्य संबंधी चिंता का वातावरण बन सकता है। डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी।
🏹 राशि फलादेश धनु :-
(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)
किसी विशेष वस्तु से भय रहेगा। शारीरिक कष्ट की आशंका है। आर्थिक उन्नति के लिए योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। रुके कार्य पूर्ण होंगे। मित्रों तथा रिश्तेदारों में सुधार होगा। रुके कार्य पूर्ण होंगे। मित्रों तथा रिश्तेदारों का सहयोग कर पाएंगे। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रसन्नता रहेगी।
🐊 राशि फलादेश मकर :-
(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। कोर्ट-कचहरी व सरकारी कार्यालयों में लंबित कार्य अनुकूल होंगे। व्यस्तता रहेगी। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। नौकरी में चैन रहेगा।
🏺 राशि फलादेश कुंभ :-
(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग में लापरवाही न करें, विशेषकर गृहिणियां सावधान रहें। वाणी पर नियंत्रण आवश्यक है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। आय में निश्चितता रहेगी। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा।
🐠 राशि फलादेश मीन :-
(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
स्वास्थ्य का ध्यान रखें। अतिमुखरता हानि देगी। राजभय रहेगा। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। कोर्ट-कचहरी के कार्य गति पकड़ेंगे। धनलाभ के अवसर हाथ आएंगे। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। व्यापार अच्छा चलेगा।
कुंडली से सम्बन्धित अन्य समस्याओं और उनके निराकरण हेतु संपर्क करें - पंडित राजेंद्र प्रसाद बेबनी
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