उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड में कोरोना के संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ता रहा है। हरिद्वार में हुए महाकुम्भ में उमड़ी भीड़ के बाद कोरोना ने बहुत तेजी से रफ़्तार पकड़ी है। जिससे अभी तक पंचायती अखाड़ा निरंजनी के दो संतों की मौत हो चुकी है तो अब तक कोरोना से नौ संतो की जान चली गयी है।
अब पतंजलि योगपीठ ने इन बिगड़ते हालातों को देख कोविड व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए मदद का हाथ आगे बढ़ाया है। जहां हरिद्वार जिले में किसी भी कोरोना संक्रमित पीड़ित व्यक्ति को अब हायर सेंटर ना जाना पड़े। इसके लिए बाबा बर्फानी अस्पताल को अधिकृत कोविड अस्पताल बनाया जा रहा है। जिसमे 22 वेंटिलेटर बेड के साथ आईसीयू और ऑक्सीजन बेड की सुविधा भी उपलब्ध होगी। जिसका सरकार और पतंजलि मिलकर बने इस बाबा बर्फानी और अस्थायी बेस अस्पताल का संचालन करेंगे।
बता दें, योग गुरु स्वामी रामदेव ने बीते शुक्रवार को प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ दूधाधारी स्थित बाबा बर्फानी अस्पताल और पावन धाम स्थित अस्थायी बेस अस्पताल का निरीक्षण किया। साथ ही उन्होंने सरकार के साथ दोनों अस्पतालों के संयुक्त रूप से संचालन पर भी सहमति जताई। इस दौरान अस्पताल की सभी बुनियादी व्यवस्थाएं बेहतर मिलीं।
इस सम्बन्ध में अधिक जानकारी देते हुए डीएम सी रविशंकर ने बताया कि बाबा बर्फानी अस्पताल को अधिकृत कोविड अस्पताल बनाया जा रहा है। इसमें 22 वेंटिलेटर बेड के साथ आईसीयू और ऑक्सीजन बेड की सुविधा उपलब्ध होगी। अस्पताल की कुल क्षमता 500 बेड की होगी। वहीं, अस्थायी बेस अस्पताल को अधिकृत कोविड स्वास्थ्य केंद्र में तब्दील किया जा रहा है। अस्पताल के संचालन के लिए शासन श्रीनगर मेडिकल कॉलेज से 75 प्रशिक्षित डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी उपलब्ध करवा रहा हैं। इनमें से 25 डॉक्टर हरिद्वार पहुंच चुके हैं। मेडिकल कॉलेज के प्रशिक्षु डॉक्टर और स्टाफ नर्स को भी ड्यूटी पर लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि पतंजलि योगपीठ डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को आवास, आवागमन और भोजन की सुविधा देगा। पतंजलि अस्पतालों में योग शिविर भी आयोजित करेगा। डीएम ने बताया कि शनिवार या रविवार को मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और स्वामी रामदेव दोनों अस्पतालों का वर्चुअल लोकार्पण करेंगे।
इस पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने बाबा बर्फानी और अस्थायी बेस अस्पताल की देखभाल का जिम्मा उठाने पर स्वामी रामदेव और पतंजलि योगपीठ के महामंत्री आचार्य बालकृष्ण का आभार जताया है और पतंजलि द्वारा किये गए इस कार्य की सराहना की है।
बताते चलें शुक्रवार को उत्तराखण्ड में पहली बार 24 घंटे के अंदर 122 मरीजों की मौत हुई है। वहीं, कोरोना संक्रमण के 5654 नए मामले सामने आए हैं। साथ ही प्रदेश में सक्रिय मरीजों की संख्या 55886 पहुंच गई है। वहीं प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1 लाख 86 हजार 772 हो चुकी हैं।