उत्तर नारी डेस्क
कोरोना संक्रमण के कारण माता-पिता को खोने वाले बच्चों के संरक्षण के लिए लिए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने वात्सल्य योजना शुरू की है। लेकिन, घोषणा के 16 दिन बाद भी इस योजना को मंजूरी नहीं मिल पाई है। जिसको लेकर महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रेखा आर्य ने नाराजगी जताई है।
आपको बता दें रेखा आर्य ने वात्सल्य योजना शुरू न होने पर नाराजगी जताते हुए मुख्य सचिव को पत्र लिखकर विभागों से सहयोग के लिए कहा है। जिस पर मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने बताया कि योजना का ड्राफ्ट तैयार है। नौ जून को होने वाली कैबिनेट की बैठक में इसे प्रस्तुत किया जाएगा। कैबिनेट की मंजूरी के बाद प्रदेश में योजना लागू कर दी जाएगी।
बताते चलें कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कोविड की वजह से माता पिता को खो चुके बच्चों की मदद के लिए 22 मई को वात्सल्य योजना की घोषणा की थी। हालंकि अब तक इसे धरातल पर नहीं उतारा गया है। अब सिस्टम की खामी के चलते शासन-प्रशासन को इस तरह के बच्चे नहीं मिल पा रहे थे। तो वही विभागीय तालमेल की कमी की वजह से भी इस योजना को मंजूरी नहीं मिल पाई है। उधर, महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास राज्यमंत्री रेखा आर्य के मुताबिक उनके विभाग की ओर से योजना का ड्राफ्ट तैयार कर लिया गया है। राज्यमंत्री रेखा आर्य ने कहा कि योजना के क्रियान्वयन में विलंब से अनाथ बच्चों के हित प्रभावित हो रहे हैं। इस स्थिति को कतई संतोषजनक नहीं कहा जा सकता।