उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड एसटीएफ को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। एसटीएफ टीम ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो लोगों को पैसे दुगने करने के नाम पर ठगा करता था।
बता दें कि ठग ने एक मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से भारतीयों को फरवरी माह 2021 से मई 2021 तक के बीच 250 करोड़ रुपये से ज्यादा की चपत लगाई है। इसके साथ ही एसटीएफ ने जांच में यह भी पाया है कि ये धनराशि क्रिप्टो करेंसी में बदलकर विदेशों को भी भेजी जा रही है।
इसका खुलासा करते हुए उत्तराखण्ड पुलिस के प्रवक्ता एडीजी अभिनव कुमार ने बताया कि चीन के स्टार्ट अप योजना के तहत ऐसे एप्प को बनाया गया है। गिरोह ने यह एप बनाकर गूगल प्ले स्टोर पर डाला हुआ था। जिसका नाम पावर बैंक एप है जो 15 दिन में पैसे दोगुने पैसे देने का लालच देते थे। जिसे देश भर के 50 लाख लोगों ने डाउनलोड किया है। फिलहाल पुलिस ने इस मामले की सूचना अन्य एजेंसी,आईबी,रॉ को भी दी है।
ठगी में प्रयोग किए गए खाते विभिन्न फर्जी कंपनियों के नाम से रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज में रजिस्टर्ड हैं। एसटीएफ के मुताबिक इसी तरह की 25 मोबाइल एप्लीकेशन की सूची हाथ आई है। यह सब एप्लीकेशन संदिग्ध कार्यों में लगी हुई हैं। इन सबके बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। जिन विदेशी लोगों का नाम सामने आ रहा है। उनके दूतावास से सम्पर्क कर उनकी जानकारी भी निकाली जा रही है।
इस मामले में उत्तराखण्ड में 2 मुकदमे बंगलौर में 1 मुकदमा दर्ज है। साथ ही उत्तराखण्ड एसटीएफ टीम ने एक आरोपी पवन पांडेय नोएडा से अरेस्ट किया है आरोपी के पास से 19 लेपटॉप, 592 सिम कार्ड,5 मोबाइल फोन,4 एटीएम कार्ड,1 पासपोर्ट बरामद हुआ है।