उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड में बेरोजगार युवाओं के लिए उत्तराखण्ड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से एक अच्छी खबर सामने आयी है। जहां राजस्व उप निरीक्षक पटवारी और लेखपाल के 513 पदों के चयन हेतु प्रकाशित विज्ञप्ति में संशोधन कर दिया गया है। जिसके तहत पदों की संख्या भी बढ़ा दी गई है। साथ ही लेखपाल पद के लिए शारीरिक माप के मानकों में भी सुधार कर लिया गया है। जबकि विभागीय नियमावली में लेखपाल पद के लिए अभ्यर्थी की लम्बाई का कोई मानक निर्धारित नहीं है। तो वहीं, दिव्यांग आरक्षण श्रेणी में भी संशोधन कर देहरादून और हरिद्वार जनपद में दिव्यागों के लिए आरक्षण किया गया है।
बताते चलें बीते दिनों भर्ती में माप के मानकों को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत ने सवाल खड़े किए थे। हरदा ने पोस्ट लिख कर कहा है कि राज्य सरकार ने पटवारी और लेखपालों की भर्ती निकाली है, आर्मी के लिए हाइट 163 सेंटीमीटर और लेखपाल वह पटवारी के लिए राज्य सरकार ने 168 सेंटीमीटर कर दी है। जबकि 2015 में 155 सेंटीमीटर पर यह भर्तियां हुई थी। क्या ऐसा अंतर आया है कि उत्तराखंडियों की हाइट बढ़ गई है, कोई स्टडी है? जिसके कारण आपने हाइट (ऊंचाई) को लेकर इतना बड़ा परिवर्तन किया है और उसमें मूल निवासी के नाम पर 5 सेंटीमीटर की छूट दी गई है जिसको लेकर एक बड़ा भ्रम पैदा हो रहा है और लोग हो सकता है भ्रम के निवारण के लिए कोर्ट जाएं और उतना ही बड़ा भ्रम कट ऑफ डेट को लेकर भी पैदा कर दिया। आप, कट ऑफ डेट आज की रखिये न जब आप भर्ती कर रहे हैं, 1 साल पीछे की कट ऑफ डेट के आधार पर आप भर्तियां करवा रहे हैं, जो उचित नहीं लगता है।
इसी को संज्ञान में लेते हुए अब सरकार ने शारीरिक माप के मानकों को बदल दिया है। साथ ही कुछ अन्य बदलाव भी किए गए हैं।