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उत्तराखण्ड ब्रेकिंग : उत्तराखण्ड की बेटी ने महिला हॉकी में जड़ी हैट-ट्रिक, बनाया इतिहास

उत्तर नारी डेस्क 

उत्तराखण्ड की बेटी हर जगह अपना परचम लहरा रही है। अब इसी क्रम में वन्दना कटारिया ने महिला हॉकी में हैट-ट्रिक मार कर इतिहास रच दिया है। 

जी हाँ आपको बता दें की उत्तराखण्ड की बेटी वंदना कटारिया देश की ऐसी पहली भारतीय महिला हॉकी खिलाड़ी बन गईं हैं जिसने एक के बाद एक गोल बरसाकर ओलंपिक्स में हैट-ट्रिक दर्ज की है। 

टोक्यो ओलंपिक्स में भारत-साउथ अफ्रीका के बीच खेले गए हॉकी के मुकाबले में भारतीय महिला हॉकी टीम ने अपने आखिरी ग्रुप मैच में दक्षिण अफ्रीका को 4-3 से हरा दिया है। वंदना ने भारत के लिए चौथे, 17वें और 49वें मिनट पर गोल किया था। इसके अलावा भारत के लिए चौथा गोल नेहा गोयल ने 32वें मिनट पर किया था। साउथ अफ्रीका की ओर से ग्लासबी ने पहला, हंटर ने दूसरा और मारैस ने तीसरा गोल किया। भारत की ओर से चौथा गोल एक बार फिर वंदना कटारिया ने दागा। वंदना की इस शानदार परफॉर्मेंस के बाद भारत ने मैच में जोरदार वापसी कर ली और 4-3 से बढ़त बनाकर भारतीय टीम ने ओलंपिक्स में बने रहने की उम्मीदें बरकरार रख दीं। वंदना की इस शानदार जीत के बाद लोगों में खुशी की लहर है। 

कौन है वंदना कटारिया 

वंदना कटारिया उत्तराखण्ड के हरिद्वार के छोटे से गांव रोशनाबाद की रहने वाली है। जिनका जन्म 15 अप्रैल 1992 को हुआ था। 29 साल की वंदना एक भारतीय फील्ड हॉकी खिलाड़ी हैं। वह पहले खो-खो प्लेयर बनना चाहती थीं। 2002 में खो-खो की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में वंदना ने शानदार रिकॉर्ड बनाने के बाद कोच कृष्ण कुमार ने 11 साल की वंदना की ऊर्जा देखकर उन्हें हॉकी में उतारा। वंदना बताती हैं कि मेरी रनिंग स्पीड अच्छी थी। इसी वजह से हॉकी खेलना शुरू किया। 2003 में हॉकी के कोच प्रदीप चिन्योटी वंदना को अपने साथ मेरठ ले आए। 2006 में वंदना ने केडी सिंह बाबू लखनऊ में एडमिशन लिया और वहीं ट्रेनिंग शुरू की। अब वह भारतीय राष्ट्रीय टीम में फारवर्ड के रूप में खेलती हैं। वंदना 2013 में सुर्खियों में आईं। जब 2013 में महिला हॉकी जूनियर विश्व कप में भारत की शीर्ष गोल करने वाली खिलाड़ी होने के नाते, जहां भारत ने कांस्य पदक जीता। वंदना ने इस टूर्नामेंट में पांच गोल किए।

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कटारिया 200 से अधिक अंतरराष्ट्रीय मैचों में सीनियर राष्ट्रीय टीम के लिए खेल चुकी हैं। वह उस भारतीय टीम का हिस्सा थीं जिसने 2014 एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता था और 2016 के रियो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। उन्होंने अर्जेंटीना की लुसियाना आयमार को अपने पसंदीदा खिलाड़ी के रूप में उद्धृत किया है। इसके अलावा वर्ष 2017 के एशिया कप में टीम चैैंपियन बनी।

वंदना 7 भाइयों और बहनों में सबसे छोटी 

वंदना अपने 7 भाई बहनो में सबसे छोटी हैं। वंदना के 5 भाई बहन खेल से ही जुड़े हैं। बड़ी बहन रीना कटारिया भोपाल एक्सीलेंसी में हॉकी कोच और छोटी बहन अंजलि कटारिया हॉकी खिलाड़ी है। दो भाई पंकज कराटे और सौरभ कटारिया फुटबॉल खिलाड़ी एवं कोच हैं।

वंदना के जबरदस्‍त प्रदर्शन के बाद सोशल मीडिया में मिला प्यार 

वंदना के इस जबरदस्‍त प्रदर्शन के बाद ट्विटर से लेकर फेसबुक व अन्‍य सोशल नेटवर्क पर वंदना का जादू छा गया है। हर जगह लोगों ने जमकर तारीफ कर उन्हें बधाई दी हैं और भारतीय महिला हॉकी टीम को सपोर्ट कर रहे हैं।

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