उत्तर नारी डेस्क
विगत दो वर्षों से अपनी नियुक्ति की राह देख रहे डायट डीएलएड प्रशिक्षित बेरोजगारों का अनिश्चितकालीन धरना आज ग्यारहवें दिन भी जारी रहा। क्रमिक अनशन के तहत आज मनीषा चौहान, श्वेता शर्मा, जितेंद्र नैनवाल और संदीप कोहली अनशन पर बैठे। आज उत्तराखण्ड क्रांति दल के मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने धरना स्थल पर आकर डायट डीएलएड संगठन के धरने को समर्थन दिया।
उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार द्वारा राजकीय डायटों से प्रशिक्षित बेरोज़गारों को जल्द से जल्द नियुक्ति दी जानी चाहिए क्योंकि यह वह पक्ष है जो निर्विवादित है जबकि जिन पक्षों के विवाद माननीय उच्च न्यायालय मे लंबित हैं, उन पक्षों के विवादों को सुलझाने के लिए जल्द से जल्द विभाग और सरकार को पहल करनी चाहिए। काउंटर एफिडेविट एवं अर्जेंस जैसे कार्य समयबद्ध और सुनियोजित तरीके से किए जाने चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार युवाओं को छलना बंद करे और अपनी नीतियों को रोजगारोन्मुख बनाएं।
सेमवाल द्वारा जब प्राथमिक शिक्षा निदेशक उनियाल से चर्चा की गई तो उनियाल ने कहा कि मामला न्यायालय में लंबित होने के कारण वह कुछ नहीं कर सकते हैं। सचिवालय और निदेशालय स्तर पर प्राथमिक भर्ती से संबंधित कोई भी विधिक कार्यवाही अभी तक नहीं की गई है।
यह भी पढ़ें - चम्पावत : दिव्यांग पिता की बेटी घोड़ा चलाकर निभाती है परिवार की ज़िम्मेदारी
इसी क्रम में डायट डीएलएड के सलाहकार मदन सिंह फर्त्याल ने कहा कि सरकार पुराने बैच को नियुक्ति नहीं दे पा रही है जबकि नए बैच की काउंसलिंग करा कर प्रशिक्षण शुरू करने को तैयार बैठी हुई है। सरकार को विचार करना चाहिए कि हमें इतने ही युवाओं को प्रशिक्षण कराना चाहिए जितने युवाओं को विभाग में समायोजित किया सकें। सरकार ने हमें विद्यालयों में सेवा देने की जगह दर बदर की ठोकरें खाने को मजबूर कर दिया है।
इस मौके पर डायट डीएलएड संघ के सचिव हिमांशु, गौरव जोशी,अनूप सिंह, प्रकाश दानू, अंकुश शाह आदि मौजूद रहे।
यह भी पढ़ें - उत्तराखण्ड : अब घर से बैठे-बैठे जमा कर पाएंगे हाउस टैक्स, जानें कैसे