तान्या रावत
जो भाई-बहन के रिश्ते में विश्वास को और बढ़ता है, जो भाई-बहन के अटुट प्रेम की डोर को हमेशा जोड़े रखता है, जो भाई की लम्बी उम्र की कामना करना सिखाता हैं और बहन की जीवन भर रक्षा करने का वचन दिलाता है वही है रक्षाबंधन का त्योहार। जी हाँ, बता दें कि भाई बहन के खूबसूरत रिश्ते को समर्पित त्यौहार रक्षाबंधन आज यानी 22 अगस्त को हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। ये त्यौहार हर वर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता हैं। इस दिन बहनें अपने प्यारे भाई को टीका करती हैं और उसकी कलाई पर रक्षासूत्र बांधती हैं (जिसे हम राखी कहते है) और उनकी सुखी जीवन की कामना करती है। वहीं, भाई अपनी बहनों को उनकी रक्षा का वचन और उपहार देते हैं। इस दिन हर तरफ खुशनुमा माहौल रहता हैं। हिन्दू पौराणिक मान्यताओं के रक्षाबंधन सबसे पहले देवी लक्ष्मी ने राजा बलि की राखी बांधकर अपना भाई बना लिया था।
आइए जानते हैं कैसे मनाते हैं राखी का त्यौहार और क्या रहेगा इस का शुभ मुहूर्त...
आपको बता दें कि पूरे 50 साल बाद इस बार के रक्षा बंधन पर यह चार विशिष्ट योग बन रहें हैं। 50 साल बाद रक्षा बंधन के पर्व पर सर्वार्थसिद्धि, कल्याणक, महामंगल और प्रीति योग एक साथ बन रहें हैं। इसके पहले यह संयोग 1981 में एक साथ बने थे। इन चारों महा योगों से इस साल के रक्षाबंधन का महात्म्य बहुत अधिक बढ़ गया है। इस अद्भुत योग के मध्य भाई और बहन के लिए रक्षा बंधन की रस्म अति विशेष कल्याणकारी होगी। इस लिए बहनें भाई को राखी बांधने से पहले ये काम जरूर कर लें।
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इस साल रक्षाबंधन के दिन भद्रा का साया नहीं रहेगा। बहनें सूर्योदय के बाद कभी भी अपने भाई की कलाई में कभी भी राखी बांध सकती हैं। लेकिन इससे पहले बहनों को चहिये कि वे सबसे पहले सुबह स्नान कर पवित्र हो जाएं और देवताओं को प्रणाम करें। इसके बाद वे अपने कुल के देवी-देवताओं की पूजा करें। फिर एक थाली लें, फिर इस थाली में राखी, अक्षत और रोली रखें। सबसे पहले राखी की थाल को भगवान को अर्पित करें। हिंदू धर्म शास्त्र के अनुसार, सबसे पहले देवताओं को राखी बांधकर उनको भोग लगाना चाहिए। तत्पश्चात भाइयों को राखी बांधें। धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान प्रसन्न होते हैं और बहनों को मनवांछित वरदान देते हैं। भाइयों का घर धन-दौलत से भर देते हैं।
राखी बांधने का मुहूर्त:
राखी बांधने का समय – सुबह 06:15 से शाम 05:31 बजे तक
राखी बांधने का सबसे शुभ मुहूर्त – दोपहर 01:42 से शाम 04:18 बजे तक
राखी वाले दिन भद्रा अंत का समय – 06:15 AM
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