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उत्तराखण्ड ब्रेकिंग : तीर्थ-पुरोहितों ने पीएम मोदी को लिखी खून से चिट्ठी, जानें पूरा मामला

उत्तर नारी डेस्क

उत्तराखण्ड चार धाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड का विवाद लगातार बढ़ता ही जा रहा है। चार धाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर तीर्थ पुरोहतों ने अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप की गुहार लगाई है। आपको बता दें देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को भंग किए जाने की मांग को लेकर लगातार धरने पर बैठे केदारनाथ तीर्थ पुरोहितों के विरोध प्रदर्शन को बुधवार को पूरे 59 दिन होने वाले है। तो वहीं देवस्थानम बोर्ड एक्ट से जुड़े विवाद में एक नया मोड़ आ गया है। जहां पुरोहितों ने अब पीएम मोदी से हस्तक्षेप की गुहार लगाकर अपने खून से पत्र लिखकर भेजा है, जिसमें चार धाम में चली आ रही पुरानी परंपराओं को बचाने की गुहार की गई है। 

​अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित युवा महासभा और श्री केदारनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित संतोष त्रिवेदी के हस्ताक्षर वाले इस पत्र में लिखा गया है कि राज्य सरकार द्वारा देवस्थानम बोर्ड बनाने का कदम सनातन धर्म की पौराणिक परंपराओं के ​साथ छेड़छाड़ है। ‘पुरोहितों के हक, हुकूकों के साथ जबरन खिलवाड़ किया जा रहा है, जो न्यायोचित नहीं है।’ इस तरह की बातें लिखते हुए त्रिवेदी ने पीएम मोदी से दखल देकर बोर्ड को भंग करने की मांग की है। तीर्थ पुरोहितों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पोस्ट के ज़रिए खून से लिखा यह पत्र भेजा जाएगा। 

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बताते चलें कि चार धाम से जुड़ी मंदिर समितियों और पुरोहितों के अलावा 47 अन्य मंदिरों ने राज्य स्तर पर विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दे दी है। 2019 में बनाए गए देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग के साथ यह प्रदर्शन 17 अगस्त से शुरू करने की बात भी कही गई है। 

तो वहीं केदारनाथ के तीर्थपुरोहितों का कहना है कि बीते वर्ष बोर्ड गठन से पहले से वे आंदोलन करते आ रहे हैं, लेकिन सरकार द्वारा उनकी अनदेखी की जा रही है। स्थिति यह है कि बोर्ड को भंग करने के बाद उसे विस्तार दिया जा रहा है, जो तीर्थपुरोहितों की भावनाओं के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पर उत्तराखण्ड में चारधाम यात्रा व मंदिरों पर कब्जा करने की रणनीति तैयार कर रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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