उत्तर नारी डेस्क
आपको पता ही है कि 108 सेवा की एंबुलेंस अब तक मरीजों को ब्लॉक या जिले की सीमा तक ही लाती थी। जिसके बाद किसी मरीज को एक जिले से दूसरे जिले या दूर के अस्पताल जाना होता था तो उन्हें एंबुलेंस बदलनी पड़ती थी। जिससे मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। वहीं, इस व्यवस्था से मरीजों को हो रही परेशानी को खत्म करने के लिए प्रदेश सरकार ने बड़ा बदलाव किया है। अब राज्य सरकार ने राज्यभर में 108 सेवा के तहत 30 इंटर फैसिलिटी ट्रांसफर एंबुलेंस तैनात की हैं जो अब मरीजों को सीधे हायर सेंटर पहुंचाएंगी। हालांकि मरीज को हायर सेंटर की जरूरत है या नहीं, यह सबसे नजदीकी अस्पताल में तैनात डॉक्टर ही तय करेंगे।
बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने बताया कि कई जगहों से 108 एंबुलेंस के मरीजों को आधे रास्ते में छोड़ देने की शिकायत मिल रही थी। मरीजों की दिक्कतों को देखते हुए 108 सेवा के नियमों में बदलाव किया गया है। पहले चरण में 30 आईएफटी एम्बुलेंस तैनात की गई हैं। जल्द ही इनकी संख्या और बढ़ाई जाएगी।
यह भी पढ़ें - उत्तराखण्ड की स्वास्थ्य सेवाओं में आएगा सुधार, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने शुरू की निशुल्क जांच योजना
यह भी पढ़ें - उत्तराखण्ड : पीएम मोदी ने केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा की, प्रदेश सरकार को दिये ये निर्देश