उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सावन के सोमवार के दिन कोरोना काल में बेसहारा हुए बच्चों के लिए मुख्यमंत्री आवास स्थित जनता दर्शन हॉल में मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना का विधिवत शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री धामी ने इस दौरान चिन्हित बच्चों के बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से 3-3 हजार रुपये की सहायता राशि ट्रांसफर की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में माता-पिता व संरक्षक के के चले जाने की भरपाई करना मुमकिन नहीं है। परंतु राज्य सरकार एक अभिभावक की तरह इनका हमेशा ध्यान रखेगी। वहीं, मुख्यमंत्री ने कहा कि वे इन बच्चों का ध्यान इनके मामा की तरह और कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य बुआ की तरह रखेगी। कोरोना काल में जिन बच्चों की आंखों में आंसू आए हैं, उनके चेहरों पर मुस्कान लाने का प्रयास कर रहे हैं। योजना में आच्छादित बच्चों को आर्थिक सहायता राशि, राशन व निशुल्क शिक्षा देने के साथ ही जिलों के डीएम इन बच्चों की सम्पत्ति का संरक्षण भी करेंगे। अनाथ बच्चों के लिए नौकरियों में 5% क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था करने वाला उत्तराखण्ड पहला राज्य है।
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मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार का भाव अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को आगे बढ़ाना है। सरकार एक सहयोगी के रूप में काम कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ध्येय वाक्य सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास पर राज्य सरकार चल रही है। वर्ष 2017 से जितनी भी घोषणाएं की गई है, वे सभी पूर्ण होने की ओर अग्रसर हैं। बता दें कि कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, रेखा आर्या, विधायक धन सिंह नेगी, सचिव हरि चंद्र सेमवाल सहित अन्य विशिष्ट जन उपस्थित थे।
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