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लगातार हो रही भारी बारिश से बांसी व गजवाड़ गांव पर मंडरा रहा है बड़े भूस्खलन का खतरा

उत्तर नारी डेस्क

उत्तराखण्ड में भारी बारिश का दौर जारी है। पर्वतीय क्षेत्र में पिछले दो दिनों से हो रही भारी बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त है। जिसके चलते कई नदियां उफान पर है तो कई सम्पर्क मार्ग मलबा आने से बाधित हो चुके है। तो वहीं अब खबर जयहरीखाल ब्लाक के अंतर्गत बांसी गांव से है। जहां लगातार हो रही भारी बारिश पहाड़ी से हो रहे भूस्खलन का कारण बन रही है। जिससे बांसी और गजवाड़ गांव में कृषि भूमि और बागवानी को भी भारी छति पहुंच रही है। अब ग्रामीणों के मकानों पर भी यह खतरा मंडराने लगा है।

आपको बता दें जयहरीखाल ब्लाक के अंतर्गत बांसी गांव से गुरु गोरखनाथ मंदिर तक बने 5.5 किमी मोटर मार्ग पर सुरक्षा दीवार ना होने के चलते पहाड़ी से हो रहे भूस्खलन से बांसी और गजवाड़ गांव के खेत खलियान को काफी नुकसान पहुंच रहा है। स्थिति यह है कि बांसी से गजवाड़ गांव के बीच का तीन किमी. हिस्से में कई डेंजर जोन बन गए हैं। जिसके लिए स्थायी ग्रामीणों ने लोनिवि दुगड्डा से पुख्ता इंतजाम करने की मांग उठाई है।

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बताते चलें वर्ष 2005-06 में जयहरीखाल ब्लाक के बांसी गांव से गुरु गोरखनाथ मंदिर तक 5.5 किमी सड़क के निर्माण को मंजूरी मिली थी। जिसके लिए कार्यदायी संस्था लोनिवि दुगड्डा ने मार्ग के सुदृढ़ीकरण के लिए दो स्थानों पर सड़क निर्माण की स्वीकृति प्रदान की थी। पहले बांसी से गजवाड़ तक 3 किमी. मार्ग निर्माण के लिए 199 लाख व दूसरे में गजवाड़ से गुरुगोरखनाथ मंदिर तक 2.5 किमी. मार्ग के लिए 137 लाख का बजट स्वीकृत किया गया था। रोड कटिंग के बाद विभाग की ओर से पक्के पुश्तों का निर्माण कराया गया। फिर अप्रैल माह में विभाग की ओर से डामरीकरण का कार्य किया गया, लेकिन डामरीकरण के कार्य हो जाने के बबाद सुरक्षा दीवार का निर्माण नहीं कराया गया। जिससे भारी बारिश में पहाड़ी से भूस्खलन होने का खतरा मंडराने लगा है।

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