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बेरोजगारी से तंग युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या

उत्तर नारी डेस्क 

सरकार ने युवाओं को रोजगार देने का वायदा किया था, मगर आज भी लाखों युवा रोजगार के अभाव में भटक रहे हैं। हालात यह है कि रोजगार नहीं मिलने के बाद युवा हताश और निराश हो चुके हैं। जिसके बाद वो अपनी जीवन लीला समाप्त करने जैसे बड़े कदम उठा लेते हैं। वहीं, ताजा मामला उत्तराखण्ड के ऋषिकेश का है। जहां, एक पढ़ें लिखे युवक ने सिर्फ इसलिए आत्महत्या कर ली क्योंकि वह नौकरी के लिए भटक भटक कर थक गया था। 

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बता दें कि ऋषिकेश कोतवाली इलाके के जीवन जाग्रति स्कूल रुषा फार्म श्यामपुर इलाके में रहने वाले 45 वर्षीय सावन कुमार रावत पुत्र सुंदर सिंह रावत ने अपने घर पर फांसी लगा कर मौत को गले लगा लिया। सावन कुमार के मौत का कारण बेरोजगार होना बताया जा रहा। बीते एक साल से सावन के पास कोई रोजगार नहीं होने के कारण उसके दिमाग में तरह-तरह ख्याल आते रहे। जिस वजह से उसका मानसिक सन्तुलन बिगड़ गया और जिस वजह से उसके दिमाग में आत्महत्या करने के ख्याल ने उसको आत्माहत्या करने पर मजबूर कर दिया। इसी के चलते उसने अपनी जीवन लीला को समाप्त करने जैसा बड़ा कदम उठा दिया। वही कनखल निवासी 16 वर्षीय किशोरी ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर दी।

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मिली जानकारी के अनुसार, मृतक सावन की पत्नी सरस्वती रावत ने बताया कि सावन ने अपने आपको कमरे में बन्द कर लिया था। लेकिन जब उन्होंने कुछ देर बाद सावन को दरवाजे खोलने के लिए बोला तो उसने ना तो दरवाजा खोला, ना ही अंदर से कोई आवाज आई। जिसके बाद के डर से उन्होंने कमरे का दरवाजा तोड़कर देखा, तो उन्हें जिस बात का डर था आखिर वही हुआ, उन्होंने सावन का शव रस्सी के सहारे पंखे से लटकता पाया। वहीं, मृतक की पत्नी ने बताया कि सावन पिछले एक साल से बेरोजगार था, रोजगार न मिलने के कारण परेशान रहता था और हमेशा रोजगार की उधेड़बुन में रहता था और शायद यही कारण है कि उनके पति ने आत्महत्या कर ली।

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