उत्तर नारी डेस्क
भारतीय सेना में भर्ती होने का सपना हर युवा देखता है। कुछ युवा इसके लिए जी तोड़ मेहनत करते हैं और अपने सपने को पूरा करते हैं, लेकिन कुछ ऐसे युवा भी होते हैं जो इस सपने को पूरा करने में असफल रहते हैं। ये लोग जब सेना का हिस्सा नहीं बन पाते तो सेना के नाम का गलत इस्तेमाल कर सेना का नाम बदनाम करते हैं। जी हाँ राजधानी देहरादून में भी ऐसा ही हो रहा था। जहां देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) के पास सेना का जवान बनकर घूम रहे बहरूपिये सुनील को आर्मी इंटेलिजेंस और पुलिस की संयुक्त टीम ने गिफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि आरोपी के तार फर्जी भर्ती करवाने वाले गिरोह से भी जुड़े हैं। साथ ही आरोपी सुनील आईएमए और अन्य आर्मी इलाकों के आसपास घूमकर युवाओं को सेना में भर्ती करवाने का झांसा भी देता था।
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तो वहीं आरोपित के पास से फर्जी कैंटीन कार्ड, और कई बटालियनों की टोपी के साथ विभिन्न दस्तावेज बरामद हुए हैं। आईएमए के पास के गिरफ्तार हुए बहरूपिये ने विंग कमांडर अभिनंदन जैसी मूछें भी रखी हुई हैं। इस आरोपी पर लंबे समय से मिलिट्री इंटेलिजेंस की नजर थी। जिस पर अब आर्मी इंटेलिजेंस और पुलिस की संयुक्त टीम ने मिलकर गिफ्तार कर लिया है।
पुलिस के अनुसार आरोपी का नाम सुनील है और वह मूल रूप से हनुमानगढ़, राजस्थान का रहने वाला है। इस संबंध में एसपी सिटी सरिता डोभाल ने बताया कि आर्मी इंटेलिजेंस ने आरोपी से कई घंटों पूछताछ की। जिसमें गिरोह के अन्य लोगों के बारे में भी जानकारी मिली है। जिसके बाद टीम जौलीग्रांट इलाके में सक्रिय बहरूपियों के बारे में मिले इनपुट पर कार्यवाही करने के लिए रवाना हुई है।