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औचक निरीक्षण के लिए अस्पताल पहुंचे डीएम, खाली नज़र आया अस्पताल

उत्तर नारी डेस्क 

उत्तराखण्ड में बीते दिनों से आसमान से कहर बनकर टूट रही बारिश के कारण आपदा जैसे हालात बने हुए हैं। इस आपदा की चपेट में आकर 52 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, जगह-जगह राहत-बचाव कार्य जारी हैं, लेकिन कुछ कर्मचारी अपनी लापरवाहियों से बाज नहीं आ रहे हैं। अब हरिद्वार के लक्सर में ही देख लीजिये। कल बुधवार को जिलाधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पांडेय एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण करने पहुंचे तो स्वास्थ्य केंद्र में एक या दो नहीं बल्कि पूरे 30 के 30 कर्मचारी गैरहाजिर पाए गये। इतनी बड़ी संख्या में कर्मचारियों की गैरहाजिर देख जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय भड़क पड़े और उन्होंने गैरहाजिर कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया। 

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आपको बता दें कि बुधवार को  जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय तटबंध टूटने की सूचना पर खानपुर गए थे। वहां से लौटते वक्त वो अचानक हरिद्वार के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खानपुर का औचक निरीक्षण करने पहुंच गए। इस दौरान उन्हें पूरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खाली नजर आया। स्वास्थ्य केंद्र 35 में से कुल 5 कर्मचारी ही ड्यूटी पर तैनात मिले। वैसे तो स्वास्थ्य केंद्र पर 3 डॉक्टर तैनात हैं, लेकिन इनमें से भी 2 अनुपस्थित थे। और तो और खुद स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक भी गैरहाजिर निकले। जिसे देख डीएम विनय शंकर पांडे आग बाबुला हो गए। जिसके बाद उन्होंने समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के रिकॉर्ड अपने कब्जे में लिए और लक्सर एसडीएम वैभव गुप्ता को सभी गैरहाजिर कर्मचारियों के खिलाफ रिपोर्ट बनाकर भेजने के निर्देश जारी किए।

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