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उत्तराखण्ड में कैदियों द्वारा बनाई झालरों से जगमग होंगे कई घर

उत्तर नारी डेस्क

उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून की सुद्धोवाला जेल में कैदियों को झालर (लड़ि‍यां) और बनाने का प्रशिक्षण दिया गया है। जिसमें वह पूर्ण रूप से निपूण हो चुके हैं। साथ ही वह पक्षियों के घरोंदे व गमले भी तैयार कर रहे हैं। बता दें कि सुद्धोवाला जेल के जेलर पवन कोठारी ने बताया कि जेल प्रशासन द्वारा कैदियों को आत्मनिर्भर बनाने की ओर उनका यह एक प्रयास है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि उनका एक उद्देश्य यह भी है कि जब कैदी अपनी सजा पूरी करके बाहर निकलें तो उसे काम के लिए दर दर ना भटकना पड़े और ना ही खाली बैठना पड़े और वह अपना काम शुरू कर सकें। इससे उनके कदम दोबारा अपराध की तरफ नहीं बढ़ेंगे।

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आपको बता दें इस दीपावली पर कई घर कैदियों द्वारा बनाई गई झालर से जगमगाते हुए नज़र आएंगे। क्योंकि कैदियों द्वारा बनाई गई झालर सेलाकुई स्थित ओरा कंपनी को सप्लाई की जा रही हैं। 10 दिनों में ही कैदियों की ओर से बनाई गई 1000 से अधिक झालर कंपनी को सप्लाई की जा चुकी है। वहीं, जेलर पवन कोठारी ने बताया कि जेल प्रशासन की ओर से सेलाकुई स्थित एलईडी व झालर तैयार करने वाली कंपनी औरा इनफिनी के साथ करार किया है। जिसके बाद कंपनी के कर्मचारियों ने जेल में आकर 15 कैदियों को प्रशिक्षित किया है। साथ ही कैदियों द्वारा बनाए गए घरौंदे व गमले लोगों को खूब पसंद आ रहे है, जिस वजह से वह बाजार में आते ही हाथों हाथ बिक जा रहे हैं। वहीं, जिन लोगों को पता है कि जेल में गमले व घरौंदे तैयार हो रहे हैं वह जेल प्रशासन से संपर्क करके इन्हें खरीदकर ले जाते हैं।

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