उत्तर नारी डेस्क
एक असहाय बुजुर्ग महिला जिसके माथे पर काफी सिकन, दो कदम आगे बढ़े फिर कदम पीछे हटे, चौराहे पर खड़ी होकर चौराहे के चारों कोनों की तरफ गाडियों को आते जाते देख शायद सोच रही थी की चौराहा कैसे पार करू। क्योंकि उन्हें चौराहा पार कर रोडवेज बस से मिलक रामपुर जाना था। बुजुर्ग महिला बहुत परेशान थी जिन्हें हॉक 1 में नियुक्त उप निरीक्षक सतपाल सिंह पटवाल वह आरक्षी दिलीप कुमार काफी देर से देख रहे थे और आपस में चर्चा कर रहे थे कि बुजुर्ग महिला काफी परेशान लग रही है। दोनों कर्मी बुजुर्ग महिला के पास पहुंचे और पूछा कि माता जी आप काफी परेशान लग रहे हैं आपकी कोई समस्या है? तो डब डबी आंखो से दोनों कर्मियों की ओर देखते हुए काफी दबे हुए स्वर में बुजुर्ग महिला बोली जी बेटा मुझे चौराहा पार करवा दो मैं काफी बीमार हूं एवं आज रुद्रपुर अपनी दवा लेने आई थी, मुझे एक टेंपो चालक यहां बीच सड़क में उतार कर चला गया।
बुजुर्ग महिला की बात सुन उपनिरीक्षक सतपाल पटवाल ने बुजुर्ग महिला को चौराहा पार करवाते हुए बोला की मां जी आप काफी बुजुर्ग हो अपने साथ किसी को लाया करो। माता जी बोली मैं अकेली हू बेटा किसे लाया करू? उपनिरीक्षक ने बुजुर्ग महिला को अपना मोबाइल नंबर दिया और बोला की जब भी आपको अगली बार डॉक्टर को दिखवाना हो तो मुझे फोन कर देना मैं आपकी मदद करूंगा। दोनों कर्मियों ने बुजुर्ग महिला की कुछ आर्थिक मदद करते हुए रोडवेज बस में बिठा उनके गंतव्य तक रवाना किया।
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