उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड के हरिद्वार जिले के रुड़की से एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। जहां एक युवती का रिश्ता सगाई के छह माह बाद टूट गया। इस बात से परेशान युवती के पिता ने जब रुड़की, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर समेत आसपास के बिरादरी के मौजिज व्यक्तियों की पंचायत बुलाई। तो पीड़ित ने पंचायत को सारी बात बताई। जिस पर पंचायत ने युवक व उसके स्वजन को बुलाया। जहां सगाई के बाद युवती से रिश्ता तोड़ने वाले युवक को बिरादरी की पंचायत ने एक अजीबो-गरीब ही फरमान सुना डाला है।
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आपको बता दें, रुड़की के एक गांव निवासी व्यक्ति ने अपनी बेटी का रिश्ता देवबंद निवासी एक युवक के साथ तय किया था। इसके लिए रस्में भी हुई थी। परन्तु छह माह बाद युवक ने युवती से बिना किसी ठोस कारण बताए रिश्ता तोड़ दिया। जिस पर परेशान युवती के पिता ने पंचायत बुलाई। जहां पंचायत ने युवक व उसके स्वजन को बुलाया और युवती से रिश्ता तोड़ने का वाजिब कारण पूछा। परन्तु युवक, युवती से शादी न करने का कोई ठोस कारण बता नहीं पाया। जिसके कारण उन्हें यह रिश्ता तोड़ने की जरूरत पड़ी।
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जिस पर पंचायत ने अपना फैसला सुनाते हुए युवक पर दो साल तक शादी न करने का प्रतिबंध लगा दिया है। इसके अलावा 40 हजार रुपये अर्थदंड भी लगाया गया। साथ ही कहा कि यह राशि युवती के स्वजन को दी जाएगी। यदि युवक फिर भी शादी करता है तो बिरादरी उसके परिवार का बहिष्कार भी करेगी। हालांकि, युवती पक्ष का कहना है कि दहेज के कारण युवक पक्ष ने यह रिश्ता तोड़ा था। उन्हें लग रहा था कि शायद वह लोग कम दहेज देंगे। क्षेत्र में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।
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