उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड के सिनेमा के लिए आज के दिन एक अच्छी खबर सामने आयी है। जहां उत्तराखण्ड की गढ़वाली फिल्म "सुनपट " अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल आफ इंडिया में पहुंच गयी है। यह सभी उत्तराखण्डवासियों के लिए गर्व की बात है कि अपनी बोली और अपनी भाषा की शायद यह पहली फिल्म होगी जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दुनिया की बेहतरीन फिल्मों में शामिल हो रही है।
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आपको बता दें, उत्तराखण्ड की यह गढ़वाली फिल्म "सुनपट " विशेषकर पहाड़ की संस्कृति, यहां के लोगों की समस्या, पलायन, खानपान को दर्शाती शार्ट फिल्म है। जिसकी 35 मिनट की पूरी फिल्म की शूटिंग पौड़ी गढ़वाल के बीरोंखाल क्षेत्र में बीते वर्ष की गई है। इस फिल्म की कहानी मूल रूप से डांग गांव बीरोंखाल व वर्तमान में जवाहर कालोनी फरीदाबाद निवासी राहुल रावत ने निर्देशन के साथ लिखी गयी है।
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इस फिल्म के बारे में राहुल बताते हैं कि गढ़वाली शब्द सुनपट का मतलब सन्नाटा है। सुनपट उत्तराखण्ड के गावों पर आधारित एक ऐसे समाज की कहानी है जिसका बीता कल खोया हुआ है और आने वाले कल धुंधला नजर आता है। तो वहीं, फिल्म के मुख्य किरदार, अनुज और भरतू स्कूल के दोस्त हैं। फिल्म में उत्तराखण्ड ग्रामीण परिवेश की झलक, पहाड़ों में जीवन का संघर्ष और उसकी अनिश्चिताओं को दिखाया गया है।
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बताते चलें आगामी 20 से 28 नवंबर तक गोवा में अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल आफ इंडिया मनाया जाएगा। इसके लिए प्रेस इंफारमेशन ब्यूरो (पीआइबी) ने फिल्म फेस्टिवल में दिखाई जाने वाली फीचर व नान फीचर की 44 फिल्मों का चयन किया गया है।
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