उत्तर नारी डेस्क
भारतीय क्रिकेट को ऋषभ पंत जैसे कई शानदार इंटरनेशनल खिलाड़ी देने वाले कोच तारक सिन्हा का लंबी बीमारी के बाद शनिवार सुबह निधन हो गया है। उन्होंने शनिवार तड़के 3 बजे आखिरी सांस ली। इस समय यूएई में चल रहे टी20 वर्ल्ड 2021 में हिस्सा ले रहे युवा भारतीय स्टार विकेट कीपर ऋषभ पंत ने भी अपने बचपन के कोच के निधन पर दुख जाहिर किया है और ट्वीट कर अपने कोच को श्रद्धांजलि दी है। ऋषभ पंत ने ट्वीट में लिखा कि मेरे मेंटर, कोच, मोटिवेटर, सबसे बड़े आलोचक और सबसे बड़े फैन. आपने मुझे बेटे की तरह संभाला, मैं टूट चुका हूं। आप हमेशा मेरे साथ रहेंगे, जब भी मैं फील्ड पर रहूंगा। भगवान आपकी आत्मा को शांति दे।
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आपको बता दें ऋषभ पंत ने एक बार एक इंटरव्यू में बताया था कि तारक सर पितातुल्य नहीं है वो मेरे पिता ही हैं। सिन्हा ने पंत की प्रतिभा को पहचाना था और दिल्ली के एक स्कूल में उनकी पढ़ाई का इंतजाम किया। वो अपने शिष्यों के बीच 'उस्ताद जी' नाम से प्रसिद्ध थे। कोच तारक सिन्हा द्रोणचार्य अवार्ड से भी नवाजे गए हैं। वह देश प्रेम आजाद, गुरचरन सिंह, रमाकांत आचरेकर और सुनीता शर्मा के बाद द्रोणाचार्य पुरस्कार प्राप्त करने वाले पांचवें भारतीय क्रिकेट कोच थे। द्रोणाचार्य अवार्डी कोच सिन्हा ने पूर्व भारतीय ओपनर आकाश चोपड़ा, अंजुम चोपड़ा, ऋषभ पंत समेत देश को दर्जन भर टेस्ट क्रिकेटर और सैकड़ों प्रथम श्रेणी क्रिकेटर दिए है।
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