उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड के पौड़ी जिले के अंतर्गत लैंसडाउन वन क्षेत्र में पड़ने वाली कोटद्वार की दोनों नदियों में लगातार हो रहे अवैध खनन की पुष्टि हुई है। अवैध खनन के लिए वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत विपक्ष के निशाने पर बने रहते हैं। बता दें कि लैंसडाउन वन क्षेत्र में लगातार अवैध खनन की शिकायतें मिल रही थी। जिसको देखते हुए वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने गढ़वाल चीफ सुशांत पटनायक को इस मामले में निष्पक्ष जांच करवाने के निर्देश दिए थे। जिसमें जांच टीम ने क्षेत्र में चल रहे अवैध खनन की पुष्टि की। जिसके बाद वन मंत्री ने लैंसडाउन डीएफओ दीपक सिंह पर कार्यवाही करते हुए उन्हें वन मुख्यालय में अटैच करने के निर्देश जारी किया है। इतना ही नहीं उनके खिलाफ जांच भी बैठाई गई है।
आपको बता दें कि शुक्रवार को कोटद्वार में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान वन मंत्री और कोटद्वार के विधायक डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि उनको लम्बे समय से नदियों में चल रहे अवैध खनन की शिकायतें मिल रही थी, लेकिन डीएफओ दीपक सिंह हमेशा इसे नकराते रहे। लेकिन अब गढ़वाल चीफ सुशांत पटनायक की जांच में ये शिकायतें सही पायी गयीं। वहीं, वन मंत्री का कहना है कि उन्हीं की विधानसभा में अवैध खनन का काम चल रहा है और उनकी छवि को खराब करने की कोशिश की गई है। ऐसे में अगर डीएफओ दोषी पाए जाते है तो उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी। उधर, डीएफओ दीपक सिंह का इस मामले में कहना है कि उन पर लगाए गए सभी आरोपों निराधार है। वहीं, उनका कहना है कि इस मामले को लेकर उन्होंने उच्चाधिकारियों से भी बात की थी।
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