उत्तर नारी डेस्क
सिद्धों के डांडा के रूप में जाना जाने वाला श्री सिद्धबली मंदिर अगले 3 दिनों तक भव्य मेले से जगमग रहेगा। बात अगर मेले की दिव्यता और भव्यता की करें तो इसकी प्रशंसा कोटद्वार में ही नहीं बल्कि देश विदेशों में भी है। वहीं, कोटद्वार क्षेत्र के सबसे बड़े इस महोत्सव के लिए मंदिर को सजाने का काम पूरा हो चुका है। मंदिर में कई तरह की विद्युत लड़ियां लगाई गई हैं। शाम से ही मंदिर परिसर रंग-बिरंगी बिजली की रोशनी से जगमगाने लगा है। 3, 4 और 5 दिसंबर तक सिद्धों का डांडा सिद्धबाबा के जयघोषों में डूबा रहेगा। बता दें कि 3 दिसंबर को ब्रह्ममुहूर्त में 5 बजे पिंडी महाभिषेक, मंदिर परिक्रमा और ध्वज पूजा के साथ पूरे विधिविधान के साथ महोत्सव प्रारंभ होगा। शाम को मंदिर से नगर तक बाबा की शोभायात्रा मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेगी। बाबा की शोभायात्रा में 10 झांकियों को शामिल किया जाएगा।
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आपको बता दें कि श्री सिद्धबली महोत्सव को लेकर मंदिर परिसर में प्रशासन, पुलिस और मंदिर समिति की एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें तीन दिवसीय श्री सिद्धबली महोत्सव में यातायात व्यवस्था और कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए भीड़ को नियंत्रित करने पर चर्चा हुई। वहीं, इस दौरान उपजिलाधिकारी संदीप कुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण का कहर क्षेत्र में बढ़ता जा रहा है, जिस वजह से मेल में उमड़ी भीड़ से कोरोना के संक्रमण का फैलने का खतरा और भी बढ़ सकता है। उन्होंने महोत्सव के आयोजकों से भीड़ को नियंत्रित करने के लिए तीन दिवसीय आयोजन में कटौती करने का आग्रह किया, लेकिन आयोजकों ने पहले से ही पूरी व्यवस्था होने के कारण इसमें असमर्थता जताई। साथ ही उन्होंने सरकार की ओर से जारी एसओपी का पालन करने का आश्वासन दिया।
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