उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड के होनहार युवाओं का भारतीय सेना में जाना बचपन से देखा एक सपना होता है। भारतीय सेना में शामिल होने के सपने को साकार करने के लिए कई युवा जी तोड़ मेहनत कर सेना में जगह बनाते है और राज्य का नाम गौरवान्वित करते हैं। आज ऐसे ही एक युवा ने अफसर बन अपने दादा से मिली देश सेवा करने की प्रेरणा को आगे बढ़ाया है।
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आपको बता दें इंडियन मिलिट्री एकेडमी से सैन्य प्रशिक्षण प्राप्त कर उत्तराखण्ड के 43 नौजवान शनिवार को पास आउट होकर बतौर लेफ्टिनेंट सेना का अभिन्न अंग बन गए हैं। इन्हीं में से एक हैं पौड़ी के डबरालस्यू निवासी प्रत्युष डबराल जिन्हें अपने दादा स्व. सचिता नन्द डबराल से देश सेवा करने की प्रेरणा मिली है। प्रत्युष शनिवार को जब सेना में लेफ्टिनेंट बने तो परिवार के सभी सदस्यों में खुशी की लहर दौड़ गई।
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पौड़ी के डबरालस्यू गांव में जन्में प्रत्युष डबराल स्कूल में एक मेधावी छात्र रहे हैं। बोर्ड परीक्षा में प्रत्युष ने 94 फीसदी अंक प्राप्त किए थे। जबकि एनडीए की परीक्षा में पहली ही बार में सफलता भी हासिल की थी। प्रत्युष की मां रंजना डबराल पेशे से शिक्षिका है। जबकि पिता दिनेश डबराल उत्तराखण्ड वन विकास निगम से सीनियर ऑडिटर के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। प्रत्युष की बहन प्रतिष्ठित एक निजी कंपनी में नौकरी करती हैं।
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