उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड में अब आगामी विधानसभा चुनाव नजदीक है। वहीं चुनाव से पहले भू-कानून को लेकर सियासत भी गरमाई हुई है। जहां पहले भू-कानून को लेकर युवाओं ने आंदोलन किया था। तो वहीं, अब उत्तराखण्ड महिला मंच की सदस्यों ने भी पारंपरिक वेशभूषा में लोक नृत्य करते हुए 2018 के भू कानून को तत्काल रद्द करने की मांग की है।
आपको बता दें उत्तराखण्ड में सशक्त भू कानून की मांग को लेकर राजधानी देहरादून में गांधी पार्क गेट से शहीद स्थल तक उत्तराखण्ड महिला मंच की सदस्यों ने रविवार को अनोखा प्रदर्शन किया। जहां उन्होंने पारंपरिक वेशभूषा में लोक नृत्य करते हुए रैली निकाली। अपनी संस्कृति, सम्मान, पहचान और भूमि को बचाने के लिए महिला मंच के स्थापना दिवस पर शहर में भव्य सांस्कृतिक रैली निकाली गई।
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गांधी पार्क से शुरू हुई इस सांस्कृतिक रैली में राज्य आंदोलनकारी मंच, गढ़वाल सभा, देव शक्ति संगठन, युवा शक्ति संगठन शामिल हुए। 2018 के भू कानून को तत्काल रद्द करने की मांग को लेकर सांस्कृतिक रैली गांधी पार्क से प्रारम्भ होकर शहीद स्थल पर समाप्त हुई।
इस दौरान महिलाओं की वेशभूषा और लोक नृत्य ने सबका ध्यान खींचा। इसी तरह हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर उत्तराखण्ड में भी भू कानून लागू करने की मांग को लेकर भू अध्यादेश अधिनियम अभियान के तहत प्रदर्शनकारियों का धरना जारी रहा। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि मांग पूरी न होने तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। बताते चलें उत्तराखण्ड क्रान्ति दल ने भी आगामी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए अपना घोषणा पत्र जारी करते हुए सत्ता में आने पर सख्तू भू कानून लागू करने का वादा किया है। ऐसा माना जा रहा है कि इन चुनावों में यह भू कानून का मुद्दा अहम हो चला है।
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