देश में एक तरफ कोरोना संक्रमण का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है और एक तरफ भारतीय तीज त्यौहार नजदीक है। ऐसे में उत्तराखण्ड सरकार के सामने एक असमंजस की स्थिति खड़ी हो गई है। आप तो जानते ही हैं कि 14 जनवरी यानी मकर संक्रांति को पहला गंगा स्नान होगा। इस महापर्व में हर कोई गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य कमाना चाहता है। यही कारण है कि देशभर से लोग संक्राति के मौक पर हरिद्वार में गंगा स्नना के लिए आते हैं। लेकिन, इस बार बाहरी राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को यह सौभाग्य प्राप्त नहीं होगा। दरअसल कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए हरिद्वार जिला प्रशासन ने मकर संक्रांति स्नान पर पाबंदी लगा दी है।
सोमवार देर शाम जारी आदेश में जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने निर्देश दिए हैं कि मकर संक्रांति के दिन स्थानीय और बाहरी किसी भी व्यक्ति को गंगा स्नान के लिए हरकी पैड़ी सहित सभी गंगा घाटों पर जाने की अनुमति नहीं होगी। उन्होंने कहा की अगर कोई इसका उल्लंघन करने की कोशिश करेगा तो उसके विरुद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के प्रावधानों के तहत कार्यवाही की जाएगी।
बता दें कि उत्तराखण्ड में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, उत्तराखण्ड में सोमवार को 1292 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। इसके अलावा दुखद बात यह भी है कि कल प्रदेश में 5 कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हो गई है। वहीं, कल 294 लोग कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके है। इसके अलावा अब सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 5009 पहुंच गई है। अब तक प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 352177 हो गई है। हालांकि, प्रदेश में 7429 लोगों की मौत हो चुकी है।
कितने मामले कहाँ से
देहरादून में 441, नैनीताल में 220, हरिद्वार में 254, उधम सिंह नगर में 193, पौड़ी जिले से 56, उतरकाशी जिले से 09, टिहरी जिले से 28, बागेश्वर जिले से 07, अलमोड़ा जिले से 36, पिथौरागढ़ जिले से 12, रुद्रप्रयाग जिले से 14, चंपावत जिले से 07 और चमोली जिले से 15 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। हमारी आपसे अपील है कि सावधान रहें।