उत्तर नारी डेस्क
बीते बुधवार को महापौर हेमलता नेगी की अध्यक्षता में नगर निगम सभागार में एक बैठक आयोजित हुई। जहां नगर निगम की बोर्ड बैठक में पार्षदों ने नगर निगम में शामिल नए वार्डों में सफाई व्यवस्था का मुद्दा उठाते हुए सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने और वर्तमान में तैनात सुपरवाइजरों को बदलने की मांग की। जिस पर बोर्ड बैठक की अध्यक्षता करते हुए मेयर हेमलता नेगी ने कहा कि नगर निगम की सफाई व्यवस्था को सुचारू करना पहली प्राथमिकता है, इसलिए विभिन्न वार्डों में सफाई के मामलों में आने वाली शिकायतों के लिए सफाई निरीक्षक जिम्मेदार समझे जाएंगे। उन्होंने निर्माण कार्यों की गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की कोताही न बरते जाने की बात करते हुए कहा कि घटिया निर्माण की शिकायतें आने पर ठेकेदार एवं जेई सामूहिक रूप से जिम्मेदार होगें और दोषी पाये जाने पर उनके खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।
वहीं व्यावसायिक वर्ग की नाराजगी और उत्तराखण्ड क्रान्ति दल डेमोक्रेटिक के एडवोकेट रोहित डंडरियाल द्वारा इस मुद्दे को उठाए जाने के बाद नगर निगम की बोर्ड बैठक में व्यावसायिक लाइसेंस शुल्क, स्वकर, संपत्ति कर को समाप्त करने, सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने व मुख्य मार्गों पर कूड़ेदानों की वैकल्पिक व्यवस्था करने को लेकर भी प्रस्ताव पारित किये गये है।
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