उत्तर नारी डेस्क
दहेज लेना और देना दोनों ही कानून अपराध है। मगर इसके बाद भी दहेज प्रथा बंद नहीं हुई, बल्कि यह क्रेज पहले से और ज्यादा बढ़ गया है। जहां लड़के वालों की डिमांड पूरी नहीं कर पाने पर लड़के वाले या तो शादी तोड़ देते हैं या फिर लड़की की पिटाई कर मायके भेज देते है। ऐसा ही एक मामला रुड़की क्षेत्र से सामने आया है। जहां लड़के व लड़के के परिवार वालों ने दहेज में मनपसंद कार न मिलने पर विवाहिता को घर से निकाल दिया है। पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने पति समेत ससुराल पक्ष के पांच आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
जानकारी अनुसार कोतवाली रुड़की क्षेत्र निवासी एक विवाहिता ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि 25 जून 2018 को उसकी शादी प्रदीप कुमार निवासी गंगानगर राजस्थान के साथ हुई थी। शादी में उसके मायके वालों ने 25 लाख रुपये का दानदहेज दिया था। लेकिन, दहेज में जो कार दी थी। वह उसके पति की मनपसंद नहीं थी। जिसके कारण वह कार के लिए और रुपयों की मांग कर रहे थे। इसके लिए ढाई लाख रुपये नकद दिए। लेकिन, वह और रुपये मांग रहे थे। मांग पूरी न होने पर उसका पति उससे मारपीट करता था। ससुराल के लोग बचाने के बजाए, उसके पति का ही साथ देते थे। जिस पर विवाहिता ने पुलिस को तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई है।
वहीं कोतवाली रुड़की प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि राजस्थान के गंगानगर निवासी विवाहिता के पति प्रदीप कुमार, ससुर रमेश चंद, सास चंद्रकांता, ननद प्रीति एवं एक अन्य के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज किया गया है।
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