उत्तर नारी डेस्क
कांग्रेस को पूरी उम्मीद थी कि वह इस बार विधानसभा चुनाव में बहुमत पाकर सत्ता में पहुंचेगी। लेकिन मोदी मैजिक ने इन उम्मीदों पर पानी फेर दिया। हार के बाद संगठन की कमजोरियों और अन्य कारणों की समीक्षा करने की बजाय कांग्रेसी दिग्गज आपस में लडऩे में लगे हैं। सोमवार को प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत सिंह रावत ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर बड़ा आरोप लगाया था। रणजीत रावत ने हरदा पर आरोप लगाते हुए कहा था कि हरीश रावत के कहने पर ही उन्होंने 2017 का चुनाव रामनगर से लड़ा था, लेकिन उन्होंने इसी को अपनी कर्मभूमि बना लिया। उन्होंने कहा कि इस बात के गवाह कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अविनाश पांडेय भी हैं, जिनके सामने उन्होंने यह बात कही थी। रणजीत रावत ने कहा, ‘हरीश रावत ने मुझसे कहा था कि सल्ट क्षेत्र का इतना विकास करने के बाद भी वहां की जनता ने तुम्हें हरा दिया, इसलिए तुम रामनगर से चुनाव लड़ो। उन्होंने हरीश रावत पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इस विधानसभा चुनाव में उन्होंने पैसे लेकर टिकट बांटे हैं और जिन्हें टिकट नहीं मिला वह अब अपने पैसे वापस मांगने के लिए उनके चक्कर लगा रहे हैं।’
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