उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड में भारतीय जनता पार्टी रिकॉर्ड ने तोड़ते हुए लगातार दूसरी बार जीत हासिल की है और अब सरकार बनाने जा रही है। ऐसे में प्रदेश का मुख्यमंत्री कौन बनेगा? यह प्रश्न राजनीतिक गलियारों में तैर रहा है। साथ ही भाजपा भी मुख्यमंत्री के नाम पर विचार करने में जुट गई है। इसी क्रम में भारतीय जनता पार्टी ने राज्य के लिए अपने पर्यवेक्षकों के नामों का ऐलान कर दिया है। जहां उत्तराखण्ड में पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सह-पर्यवेक्षक का जिम्मा केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी को सौंपा गया है।
वहीं ख़बर है कि शीर्ष नेतृत्व के बुलावे पर कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक व प्रदेश महामंत्री संगठन अजय कुमार आज मंगलवार को दिल्ली पहुंच चुके हैं। प्रदेश अध्यक्ष कौशिक ने इसकी पुष्टि की।
माना जा रहा है कि उत्तराखण्ड में सरकार गठन का काम होली के बाद होगा। ऐसे में अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इसे लेकर सस्पेंस बरकरार है। वहीं इस संबंध में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विनोद सुयाल का कहना है कि उत्तराखण्ड की जनता ने भाजपा को पूर्ण बहुमत दिया है जिसके लिए उत्तराखण्ड भाजपा प्रदेश की जनता का आभार व्यक्त करती है, जहां तक मुख्यमंत्री के चयन का मसला है तो होली के बाद उत्तराखण्ड को नया मुख्यमंत्री मिल जाएगा।
वहीं पार्टी सूत्रों के मुताबिक, शीर्ष नेतृत्व किसी विधायक को ही मुख्यमंत्री बनाए जाने के पक्ष में है, जिसमें से पहला नाम कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और दूसरा नाम में धन सिंह रावत का है। दोनों ही नाम अगले मुख्यमंत्री के तौर पर राजनीतिक गलियारों में तैर रहे हैं, लेकिन सबकी निगाह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और जेपी नड्डा की पसंद पर टिकी हुई हैं, क्योंकि अंतिम फैसला उन्हें ही करना है। अब देखना यही होगा कि आखिर उत्तराखण्ड का नया मुख्यमंत्री जो होली के बाद मिलने जा रहा है वह कौन होगा।
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