ज्योतिषाचार्य राजेन्द्र प्रसाद बेबनी
सप्तमी, कृष्ण पक्ष
चैत्र
""""""""""""""""""""""""""""""""""(समाप्ति काल)
तिथि-------- सप्तमी 24:09:15 तक
पक्ष------------------------कृष्ण
नक्षत्र--------- ज्येष्ठा 17:28:42
योग---------- सिद्वि 07:27:00
योग--------व्यतापता 28:35:21
करण----- विष्टि भद्र 13:12:29
करण---------- बव 24:09:15
वार--------------------- गुरूवार
माह-------------------------चैत्र11गते
चन्द्र राशि ----- वृश्चिक 17:28:42
चन्द्र राशि -----------------------धनु
सूर्य राशि----------------- मीन
रितु-----------------------वसन्त
आयन---------------- उत्तरायण
संवत्सर-------------------- प्लव
संवत्सर (उत्तर) -------------राक्षष
विक्रम संवत------------- 2078
विक्रम संवत (कर्तक)------2078
शाका संवत-------------- 1943
कोटद्वार
सूर्योदय------------- 06:20:10
सूर्यास्त------------- 18:31:08
दिन काल----------- 12:10:58
रात्री काल----------- 11:47:54
चंद्रास्त------------- 10:31:15
चंद्रोदय-------------- 25:04:09
लग्न----मीन 9°12' , 339°12'
सूर्य नक्षत्र-------- उत्तराभाद्रपदा
चन्द्र नक्षत्र--------------- ज्येष्ठा
नक्षत्र पाया-----------------रजत
🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩
यी---- ज्येष्ठा 11:49:25
यू---- ज्येष्ठा 17:28:42
ये---- मूल 23:08:00
यो---- मूल 28:47:22
💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य=मीन 09:12 'उ o भा o , 2 थ
चन्द्र =वृश्चिक 23°23 ' ज्येष्ठा , 3 यी
बुध = कुम्भ 29 ° 07' पूo भा o ' 3 दा
शुक्र=मकर 22°05, श्रवण ' 4 खो
मंगल=मकर 19°30 ' श्रवण ' 3 खे
गुरु=कुम्भ 25°30 ' पू o भा o, 2 सो
शनि=मकर 27°33 ' धनिष्ठा ' 2 गी
राहू=(व)वृषभ 01°00' कृतिका , 2 ई
केतु=(व)वृश्चिक 01°00 विशाखा , 4 तो
🚩💮🚩 मुहूर्त प्रकरण 🚩💮🚩
राहू काल 13:57 - 15:28 अशुभ
यम घंटा 06:20 - 07:52 अशुभ
गुली काल 09:23 - 10:54 अशुभ
अभिजित 12:01 -12:50 शुभ
दूर मुहूर्त 10:24 - 11:13 अशुभ
दूर मुहूर्त 15:16 - 16:05 अशुभ
🚩गंड मूल अहोरात्र अशुभ🚩
💮चोघडिया, दिन
शुभ 06:20 - 07:52 शुभ
रोग 07:52 - 09:23 अशुभ
उद्वेग 09:23 - 10:54 अशुभ
चर 10:54 - 12:26 शुभ
लाभ 12:26 - 13:57 शुभ
अमृत 13:57 - 15:28 शुभ
काल 15:28 - 16:59 अशुभ
शुभ 16:59 - 18:31 शुभ
🚩चोघडिया, रात🚩
अमृत 18:31 - 19:59 शुभ
चर 19:59 - 21:28 शुभ
रोग 21:28 - 22:57 अशुभ
काल 22:57 - 24:25* अशुभ
लाभ 24:25* - 25:54* शुभ
उद्वेग 25:54* - 27:22* अशुभ
शुभ 27:22* - 28:51* शुभ
अमृत 28:51* - 30:19* शुभ
💮होरा, दिन🚩
गुरु 06:20 - 07:21
मंगल 07:21 - 08:22
सूर्य 08:22 - 09:23
शुक्र 09:23 - 10:24
बुध 10:24 - 11:25
चन्द्र 11:25 - 12:26
शनि 12:26 - 13:27
गुरु 13:27 - 14:27
मंगल 14:27 - 15:28
सूर्य 15:28 - 16:29
शुक्र 16:29 - 17:30
बुध 17:30 - 18:31
🚩होरा, रात🚩
चन्द्र 18:31 - 19:30
शनि 19:30 - 20:29
गुरु 20:29 - 21:28
मंगल 21:28 - 22:27
सूर्य 22:27 - 23:26
शुक्र 23:26 - 24:25
बुध 24:25 - 25:24
चन्द्र 25:24 - 26:23
शनि 26:23 - 27:22
गुरु 27:22 - 28:21
मंगल 28:21 - 29:20
सूर्य 29:20 - 30:19
🚩💮 🚩उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩💮🚩
मीन > 06:00 से 07:30 तक
मेष > 07:30 से 10:10 तक
वृषभ > 10:10 से 11:54 तक
मिथुन > 11:54 से 13:14 तक
कर्क > 13:14 से 15:34 तक
सिंह > 15:34 से 16:39 तक
कन्या > 16:39 से 07:51 तक
तुला > 07:51 से 10:22 तक
वृश्चिक > 10:22 से 01:34 तक
धनु > 01:34 से 02:38 तक
मकर > 02:38 से 04:28 तक
कुम्भ > 04:28 से 06:00 तक
🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार🚩
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट
नोट-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
💮दिशा शूल ज्ञान-------------दक्षिण
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा केशर खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll
🚩 अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।
15 + 7 + 5 + 1 = 28 ÷ 4 = 0 शेष
स्वर्ग लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l
🚩🛕💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🛕🚩
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
गुरु ग्रह मुखहुति
💮 शिव वास एवं फल -:💮
22 + 22 + 5 = 49 ÷ 7 = 0 शेष
शमशान वास = मृत्यु कारक
🚩भद्रा वास एवं फल -: 🚩
स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।
दोपहर 13:12 तक समाप्त
स्वर्ग लोक = शुभ कारक
💮🚩 💮 विशेष जानकारी 💮 🚩💮
* शीतला सप्तमी पूजन (बासोड़ा)
* गुरु उदय रात्रि (22:44)
💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮
निःस्पृहो नाधिकारी स्यान्नाकामो मण्डनप्रियः ।
नाऽविदग्धः प्रियंब्रूयात् स्पष्टवक्ता न वञ्चकः ।।
।।चा o नी o।।
वह व्यक्ति जिसके हाथ स्वच्छ है कार्यालय में काम नहीं करना चाहता. जिस ने अपनी कामना को ख़तम कर दिया है, वह शारीरिक शृंगार नहीं करता, जो आधा पढ़ा हुआ व्यक्ति है वो मीठे बोल बोल नहीं सकता. जो सीधी बात करता है वह धोका नहीं दे सकता.
🚩💮💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮💮🚩
गीता -: गुणत्रयविभागयोग अo-14
सर्वयोनिषु कौन्तेय मूर्तयः सम्भवन्ति याः ।,
तासां ब्रह्म महद्योनिरहं बीजप्रदः पिता ॥,
हे अर्जुन! नाना प्रकार की सब योनियों में जितनी मूर्तियाँ अर्थात शरीरधारी प्राणी उत्पन्न होते हैं, प्रकृति तो उन सबकी गर्भधारण करने वाली माता है और मैं बीज को स्थापन करने वाला पिता हूँ॥,4॥,
💮🚩💮 दैनिक राशिफल 💮 🚩💮
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
नई योजना बनेगी। मान-सम्मान मिलेगा। कार्यसिद्धि होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। घर-परिवार की चिंता रहेगी। मकान, वाहन क्रय करने के योग बनेंगे। संतान की आजीविका संबंधी चिंता का समाधान होगा। ईश्वर के प्रति आस्था बढ़ेगी।
🐂वृष
यात्रा में सावधानी रखें। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। वाणी पर नियंत्रण रखें। लाभ होगा। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। बातचीत, व्यवहार, निर्णय गुप्त रखें। प्रापर्टी के विवाद हल होंगे। आजीविका में आने वाली रुकावटें दूर होने के योग हैं।
👫मिथुन
पूजा-पाठ में मन लगेगा। कोर्ट व कचहरी के कार्य बनेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। घर-बाहर तनाव रहेगा। व्यापार में लाभप्रद कार्य, योजनाओं में प्रगति होगी। अच्छे समय का उपयोग करेंगे। कार्य में तरक्की की संभावना बढ़ेगी। रुका पैसा मिलेगा।
🦀कर्क
लेनदारी वसूल होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रसन्नता रहेगी। चोट व रोग से बचें। क्रोध, उत्तेजना पर संयम रखें। जवाबदारी बढ़ेगी। सोचे कार्यों में सफलता मिलेगी। अवसरों को न जाने दें। परिवार के सदस्यों से मतभेद हो सकते हैं।
🐅सिंह
कुसंगति से बचें। फालतू खर्च होगा। कर्ज लेना पड़ सकता है। वस्तुएं संभालकर रखें। व्यर्थ मामलों में उलझना पड़ सकता है। व्यापार में हानि होने से आर्थिक कष्ट हो सकता है। धर्म-कर्म में मन लगेगा। स्वास्थ्य की चिंता समाप्त होगी। निवास संबंधी समस्या रह सकती है।
🙍♀️कन्या
ऐश्वर्य पर खर्च होगा। भूमि व भवन संबंधी बाधा दूर होगी। रोजगार मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें। व्यापार में नई योजनाओं का शुभारंभ होगा। आर्थिक स्थिति संतोषप्रद रह सकेगी। आशा-निराशा की स्थिति रहेगी। अपने खर्च, लेन-देन पर नियंत्रण रखें।
⚖️तुला
वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। कोर्ट व कचहरी के कार्य बनेंगे। शारीरिक कष्ट संभव है। व्यवसाय ठीक चलेगा। आर्थिक जवाबदारी सीमित रखें। विश्वासप्रद वातावरण नहीं रहेगा। संतान के कार्यों से असंतोष रहेगा। मित्रों से अनबन होगी। सामाजिक सम्मान में कमी आएगी।
🦂वृश्चिक
पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग सफल रहेगा। लेन-देन में सावधानी रखें। व्यवसाय ठीक चलेगा। परिवार में शुभ आयोजन होंगे। विरोधियों पर विजय और रुके धन की प्राप्ति हो सकती है। शिक्षा के क्षेत्र में वांछनीय प्रगति होगी।
🏹धनु
भय, पीड़ा व तनाव का माहौल रहेगा। दु:खद समाचार मिल सकता है। विवाद न करें। मेहनत अधिक, लाभ कम होगा। काम-धंधे की चिंता से मन उदास होगा। परिवार में कलह, क्लेश का माहौल रहेगा। सतर्कता रखें। दुस्साहस आपके लिए हानिकारक होगा।
🐊मकर
कोई बड़ी समस्या सामने आ सकती है। प्रयास सफल रहेंगे। मान-सम्मान मिलेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। पैतृक संपत्ति के क्षेत्र में उन्नति होगी। विभिन्न स्रोतों से धन लाभ होने के योग हैं। जीवनसाथी से वैचारिक मतभेद हो सकते हैं। स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा।
🍯कुंभ
पुराने संगी-साथी मिलेंगे। शुभ समाचार मिलेंगे। मान बढ़ेगा। धनार्जन होगा। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। अध्यात्म और विज्ञान में रुचि बढ़ेगी। नौकरी, राजनीति के क्षेत्र में भाग्योदय की संभावना है। घर में मांगलिक आयोजन होंगे। बौद्धिक क्षेत्र में पदोन्नति होगी।
🐟मीन
भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। प्रमाद न करें। वाहन की गति पर नियंत्रण रखना जरूरी है। आर्थिक उन्नति संबंधी शुभ समाचार प्राप्त होंगे। साझेदारी व्यवसाय में इच्छित लाभ के योग बनेंगे। दांपत्य जीवन सुखद रहेगा। बेरोजगारी दूर होगी। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी।
कुंडली से सम्बन्धित अन्य समस्याओं और उनके निराकरण हेतु संपर्क करें - पंडित राजेंद्र प्रसाद बेबनी
मोबाइल नंबर - 91 78953 06243
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