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आज का पंचांग और राशिफल - भागवताचार्य आयुर्वेद रत्न, ज्योतिषाचार्य राजेन्द्र प्रसाद बेबनी के साथ

ज्योतिषाचार्य राजेन्द्र प्रसाद बेबनी 

दिनाँक-: 21/03/2022,सोमवार

तृतीया, कृष्ण पक्ष

चैत्र

""""""""""""""""""""""""""""""""""""(  समाप्ति काल,विश्र्व वन दिवस )


तिथि-------- तृतीया 08:19:51 तक

पक्ष-----------------------कृष्ण

नक्षत्र---------स्वाति 21:29:42

योग--------व्याघात 15:53:05

करण----- विष्टि भद्र 08:19:51

करण---------- बव 19:22:45

वार--------------------सोमवार

माह------------------------- चैत्र 8गते

चन्द्र राशि---------------- तुला

सूर्य राशि-----------------   मीन

रितु-----------------------वसन्त

आयन----------------उत्तरायण

संवत्सर ------------------------प्लव

संवत्सर (उत्तर)-------------राक्षस

विक्रम संवत-------------2078

विक्रम संवत (कर्तक)------2078 

शाका संवत--------------1943


कोटद्वार

सूर्योदय-------------06:23:32

सूर्यास्त--------------18:29:34

दिन काल-----------12:06:01

रात्री काल-----------11:52:51

चंद्रास्त--------------08:17:15

चंद्रोदय-------------21:43:52


लग्न-----मीन 6°13' , 336°13'


सूर्य नक्षत्र--------उत्तराभाद्रपदा

चन्द्र नक्षत्र---------------स्वाति

नक्षत्र पाया----------------रजत


🚩💮🚩  पद, चरण  🚩💮🚩


रे---- स्वाति 10:05:40


रो----स्वाति 15:47:57


ता----स्वाति 21:29:42


ती---- विशाखा 27वृन


💮🚩💮  ग्रह गोचर  वृन्दा

        ग्रह =राशी   , अंश  ,नक्षत्र,  पद

==========================

सूर्य=मीन  06:12 'उ o भा o  ,     1       दू

चन्द्र =तुला  11°23, स्वाति   ,   2     रे

बुध = कुम्भ 24 ° 07' पूo भा o   '   2   सो

शुक्र=मकर   19°05,    श्रवण   '  3       खे

मंगल=मकर  16°30  '     श्रवण ' 2     खू

गुरु=कुम्भ  24°30 '  पू o भा o,     2      सो

शनि=मकर 25°33 '     धनिष्ठा   '  2       गी

राहू=(व)वृषभ  01°10'   कृतिका ,   2      ई

केतु=(व)वृश्चिक 01°10 विशाखा , 4       तो


🚩💮🚩 मुहूर्त प्रकरण वृन्दावन

राहू काल 07:54 - 09:25 अशुभ

यम घंटा 10:56 - 12:27 अशुभ

गुली काल 13:57 - 15:28 अशुभ

अभिजित 12:02 आ51 शुभ

दूर मुहूर्त 12:51 - 13:39 अशुभ

दूर मुहूर्त 15:16 - 16:04 अशुभ


💮चोघडिया, दिन

अमृत 06:24 - 07:54 शुभ

काल 07:54 - 09:25 अशुभ

शुभ 09:25 - 10:56 शुभ

रोग 10:56 - 12:27 अशुभ

उद्वेग 12:27 - 13:57 अशुभ

चर 13:57 - 15:28 शुभ

लाभ 15:28 - 16:59 शुभ

अमृत 16:59 - 18:30 शुभ


🚩चोघडिया, रात

चर 18:30 - 19:59 शुभ

रोग 19:59 - 21:28 अशुभ

काल  21:28 - 22:57 अशुभ

लाभ  22:57 - 24:26 शुभ

उद्वेग 24:26 - 25:55 अशुभ

शुभ  25:55 - 27:24 शुभ

अमृत 27:24 - 28:53 शुभ

चर 28:53 - 30:22 शुभ


💮होरा, दिन

चन्द्र 06:24 - 07:24

शनि 07:24 - 08:25

गुरु 08:25 - 09:25

मंगल 09:25 - 10:26

सूर्य 10:26 - 11:26

शुक्र 11:26 - 12:27

बुध 12:27 - 13:27

चन्द्र 13:27 - 14:28

शनि 14:28 - 15:28

गुरु 15:28 - 16:29

मंगल 16:29 - 17:29

सूर्य 17:29 - 18:30


🚩होरा, रात

शुक्र 18:30 - 19:29

बुध 19:29 - 20:28

चन्द्र 20:28 - 21:28

शनि 21:28 - 22:27

गुरु 22:27 - 23:27

मंगल 23:27 - 24:26

सूर्य 24:26 - 25:25

शुक्र 25:25 - 26:25

बुध 26:25 - 27:24

चन्द्र 27:24 - 28:24

शनि 28:24 - 29:23

गुरु 29:23 - 30:22


🚩💮 उदयलग्न प्रवेशकाल  💮🚩 


मीन    > 06:10    से 07:41  तक

मेष     > 07:41    से  10:24  तक

वृषभ   > 10:24 से  12:05   तक

मिथुन  > 12:05 से  13:29  तक

कर्क    > 13:29   से  15:49  तक

सिंह    > 15:49    से 16:53  तक

कन्या  >  16:53   से  08:05  तक

तुला   >  08:05  से   10:36 तक

वृश्चिक > 10:36  से  01:48  तक

धनु     > 01:48  से   02:52    तक

मकर   > 02:52  से 04:42   तक

कुम्भ   > 04:42  से  06:10   तक


🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार


       (लगभग-वास्तविक समय के समीप) 

दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट

जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट

कोटा   +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट

लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट

कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट


नोट--  दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।

प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।

चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥

रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।

अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥

अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।

उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।

लाभ में व्यापार करें ।

रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।

काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।

अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।


💮दिशा शूल ज्ञान-------------पूर्व

परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो  घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l

इस मंत्र का उच्चारण करें-:

शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l

भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll


🚩  अग्नि वास ज्ञान  -:

यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,

चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।

दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,

नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्

नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।


  15 + 3 + 2 + 1 = 21 ÷ 4 = 1 शेष

 पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l


🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩


सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु  आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है


 मंगल ग्रह मुखहुति


💮    शिव वास एवं फल -:💮


18 + 18 + 5 = 41  ÷ 7 = 6  शेष


क्रीड़ायां = शोक ,दुःख कारक


🚩भद्रा वास एवं फल -:


स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।

मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।


प्रातः 08:19 तक समाप्त


पाताल लोक =धनलाभ कारक


💮🚩    विशेष जानकारी   🚩💮


चतुर्थी व्रत चंद्रोदय रात्रि 21:46


चतुर्थी क्षय


शीतला पूजन 


विश्ववानकी दिवस


विश्व सैन्य दिवस


शिवाजी जयन्ती (तिथि अनुसार)


💮🚩💮   शुभ विचार   💮🚩💮


यथा चतुर्भिः कनकं पराक्ष्यते

निघर्षणं छेदनतापताडनैः ।

तथा चतुर्भिः पुरुषः परीक्ष्य़ते

त्यागेन शीलेन गुणेन कर्मणा ।।

।।चा o नी o।।


 "सोने की परख उसे घिस कर, काट कर, गरम कर के और पीट कर की जाती हैउसी तरह व्यक्तिकापरीक्षण वह कितना त्याग करता है, उसका आचरण कैसा है, उसमे गुण कौनसे है और उसका व्यवहार कैसा है इससे होता है


🚩💮🚩  सुभाषितानि  🚩💮🚩


गीता -: गुणत्रयविभागयोग अo-14


परं भूयः प्रवक्ष्यामि ज्ञानानं मानमुत्तमम्‌ ।,

यज्ज्ञात्वा मुनयः सर्वे परां सिद्धिमितो गताः ॥,


श्री भगवान बोले- ज्ञानों में भी अतिउत्तम उस परम ज्ञान को मैं फिर कहूँगा, जिसको जानकर सब मुनिजन इस संसार से मुक्त होकर परम सिद्धि को प्राप्त हो गए हैं॥,1॥,


💮🌹🚩   दैनिक राशिफल   🚩🌹💮


देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।

नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।

विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।

जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।


🐏मेष

पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। किसी नए कार्य में भाग लेने के योग हैं। विद्वानों के साथ रहने का अवसर मिलेगा। व्यापार में भागीदार सहयोग करेंगे। शत्रु परास्त होंगे।


🐂वृष

सामाजिक एवं राजकीय ख्याति में अभिवृद्धि होगी। व्यापार अच्छा रहेगा। चोट व रोग से हानि संभव है। कुसंगति से हानि होगी। विवाद न करें। फालतू खर्च बढ़ेंगे। आवास संबंधी समस्या का समाधान संभव है। आवेश में कोई कार्य नहीं करें।


👫मिथुन

लेन-देन में सावधानी रखें। रोजगार मिलेगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अचानक लाभ होगा। धन संबंधी कार्यों में विलंब से चिंता हो सकती है। लाभदायक समाचार मिलेंगे। कार्य के विस्तार की योजना बनेगी। संत-समागम होगा।


🦀कर्क

शारीरिक कष्ट संभव है। लेन-देन में सावधानी रखें। सुख के साधन जुटेंगे। रुका हुआ धन मिलेगा। अधकर्क काम समय पर सफलता से होने पर उत्साह बढ़ेगा। वाहन चलाते समय सावधानी रखें। व्यापार के कार्य से बाहर जाना पड़ सकता है।


🐅सिंह

नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। आय बढ़ेगी। भोग-विलास में रुचि बढ़ेगी। जीवनसाथी से संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी। स्थायी संपत्ति के मामले उलझेंगे। कार्य में मित्रों की मदद मिलेगी। आर्थिक मनोबल बढ़ेगा। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं।


🙍‍♀️कन्या

मेहमानों का आगमन होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मसम्मान बढ़ेगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। व्यापार में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। अपने काम से काम रखें। दूसरों के विश्वास में न आएं। परिवार में तनावपूर्ण माहौल रह सकता है।


⚖️तुला

कोर्ट व कचहरी में अनुकूलता रहेगी। पूजा-पाठ में मन लगेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। थकान रहेगी। परिवार एवं समाज में आपके कामों को महत्व एवं सम्मान प्राप्त हो सकेगा। वाणी पर संयम आवश्यक है। व्यापार-व्यवसाय में लाभ होगा।


🦂वृश्चिक

धनार्जन होगा। भागदौड़, बाधाओं व सतर्कता के बाद सफलता मिलेगी। पारिवारिक सुख, संतोष बढ़ेगा। उपहार मिलने के योग हैं। अधिक व्यय न करें। खर्चों में कमी करें। चोरी, चोट व विवाद आदि से हानि संभव है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें।


🏹धनु

जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। कानूनी बाधा दूर होगी। रुका धन मिलने से धन संग्रह होगा। कार्य में भागीदार सहयोग करेंगे। विकास की योजनाएं बनेंगी। दांपत्य जीवन में गलतफहमी आ सकती है। पुराना रोग उभर सकता है। बेचैनी रहेगी।


🐊मकर

बेरोजगारी दूर होगी। आपका सामाजिक क्षेत्र बढ़ेगा। लाभदायक सौदे होंगे। विपरीत परिस्थितियों का सफलता से सामना कर सकेंगे। जीवनसाथी से आर्थिक मतभेद हो सकते हैं। घर-परिवार की चिंता रहेगी। भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी।


🍯कुंभ

परिवार से संबंध घनिष्ठ होंगे। नए संबंधों के प्रति सतर्क रहें। भूल करने से विरोधी बढ़ेंगे। रुके धन की प्राप्ति में अड़चनें आएंगी। कम प्रयास से काम बनेंगे। धनार्जन होगा। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा।


🐟मीन

अचानक यात्रा के भी अच्छे फल मिलेंगे। आमदनी में वृद्धि होगी। प्रसिद्धि एवं सम्मान में इजाफा होगा। नौकरी में उन्नति के योग हैं। घर-परिवार की चिंता रहेगी। विवाद को बढ़ावा न दें। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। जोखिम न लें।

कुंडली से सम्बन्धित अन्य समस्याओं और उनके निराकरण हेतु संपर्क करें - पंडित राजेंद्र प्रसाद बेबनी

मोबाइल नंबर - 91 78953 06243

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