उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड कांग्रेस की शर्मनाक हार का असर अब दिखने लगा है। पहले भी शीर्ष नेताओं की यह आपसी खींचतान उभर कर सामने आती रही है। परन्तु इस बार मतभेद से यह मनभेद के स्तर पर पहुंच चुकी है। जहां सीएम चेहरे से शुरू हुई लड़ाई टिकट बंटवारे व सीट बेचने तक के आरोप तक पहुंच चुकी है।
वहीं इस बीच उत्तराखण्ड कांग्रेस की यह लड़ाई चौराहे के पोस्टरों पर भी साफ़ साफ़ देखने को मिलीं है। आपको बता दें देहरादून के चकराता में लगे पाेस्टर से कांग्रेस के प्रदेश चुनाव प्रचार अभियान समिति के अध्यक्ष व कांग्रेस के दिग्गज पूर्व सीएम हरीश रावत गायब हैं। इसे लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता से लेकर आम जन में चर्चा हो रही है। क्या अब हरीश रावत कांग्रेस के लिए उपयोगी नहीं रह गए हैं या फिर कांग्रेस को उनकी जरूरत नहीं है उन्हें किनारे किया जा रहा है। ऐसे ही कुछ सवाल राजनीति में तैर रहे हैं। अब यह पोस्टर किसने लगाया या लगवाया यह तो ज्ञात नहीं है। परन्तु यह पोस्टर कांग्रेस पार्टी की अंदरूनी स्थिति को खुलकर बयां कर रहा है। जो भी इसे देख रहा है हरीश रावत की फोटो देखकर कर सहज की पार्टी की कलह का अंदाजा लगा रहा है। जबकि इस पोस्टर में प्रदेश के छोटे से बड़े नेताओं के फोटो लगे हैं।
बताते चलें हाल ही में हरीश रावत ने सोशल मीडिया में टिकट बेचने के आरोप से आहत होकर खुद को पार्टी से निकालने तक को कह दिया है। साथ ही यहां तक कह दिया कि कांग्रेस से हरीश रावत रूपी बुराई को इस बार की होलिका में दहन कर दिया जाए। अब देखना यह होगा कि देहरादून के चकराता में लगे इस पोस्टर वार को वह किस रूप मे लेते हैं।
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