उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड के पवित्र धाम चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ मंदिर में तोड़फोड़ की घटना सामने आयी है। जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश है। वहीं मंदिर में चोरी का भी संदेह जताया जा रहा है।
मिली जानकारी अनुसार चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ मंदिर के कपाट टूटे हुए मिले हैं। रुद्रनाथ मंदिर की धर्मशालाओं में भी तोड़फोड़ हुई है। धर्मशालाओं के दरवाजे भी टूटे मिले हैं। इस तोड़फोड़ के कारण चोरी की आशंका जताई जा रही है। वहीं रुद्रनाथ के पुजारी हरीश भट्ट ने बताया है कि शीतकाल के दौरान चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ के कपाट बंद रहते हैं। गोपेश्वर से लगभग 24 किलोमीटर की दूरी पर मंदिर स्थित है। कपाट बंद रहने के दौरान यहां पर लोगों की आवाजाही नहीं होती है, लेकिन कपाट खुलने की तैयारी को लेकर गश्ती दल रुद्रनाथ गया था। इस दौरान पता चला कि मंदिर के मुख्य द्वार तथा धर्मशाला के दरवाजों को तोड़ा गया है। ऐसे में उन्होंने वन विभाग और पुलिस प्रशासन से शिकायत की है। शीतकाल में इस क्षेत्र में लोगों का आना जाना बंद है तो फिर इस तरह की घटना कैसे हुई। उन्होंने भगवान रुद्रनाथ मंदिर में चोरी का भी संदेह जताया है। इस घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन और मंदिर समिति की टीम मौके के लिए रवाना हो चुकी है।
बता दें 19 मई को चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर के कपाट खुलेंगे। 15 मई से 17 मई तक गोपीनाथ मंदिर गोपेश्वर में कपाट उद्घाटन की प्रक्रिया प्रारंभ होगी। 17 मई को रुद्रनाथ की चल विग्रह डोली गोपेश्वर से रुद्रनाथ के लिए प्रस्थान करेगी और 19 मई को पूर्ण विधि-विधान के साथ सुबह 8:00 बजे रुद्रनाथ जी के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे।
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