उत्तर नारी डेस्क

गौरतलब है कि तल्याकोट गांव में पहली बार किसी का नवोदय विद्यालय में चयन हुआ है। इशिका की कामयाबी से उसके गांव वाले भी ख़ुश है। इशिका अपनी कामयाबी का पूरा श्रेय अपने माता पिता और स्कूल के अध्यापकों को देती है। प्रधानाध्यापक रवि गोयल का कहना है कि नवीन सत्र शुरू होते ही विद्यालय में हम बच्चों को नवोदय विद्यालय को तैयारी प्रारंभ करा देते है। जहाँ वर्तमान में प्राइवेट स्कूल की चकाचौंध बढ़ रही है लेकिन वही सहायक अध्यापक दीपक पंवार का कहना है यदि अवसर प्राप्त हो तो सरकारी स्कूल के बच्चे प्राइवेट स्कूल से किसी भी स्थिति में पीछे नहीं है।
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