ज्योतिषाचार्य राजेन्द्र प्रसाद बेबनी
दिनाँक:-07/04/2022, गुरूवार
षष्ठी, शुक्ल पक्ष
चैत्र
""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""(समाप्ति काल)
तिथि------------ षष्ठी 20:32:09 तक
पक्ष------------------------ शुक्ल
नक्षत्र--------- मृगशिरा 22:40:21
योग---------- सौभाग्य 09:29:31
करण---------- कौलव 07:15:26
करण---------- तैतुल 20:32:09
वार---------------------- गुरूवार
माह---------------------------चैत्र 25गते
चन्द्र राशि------- वृषभ 09:08:36
चन्द्र राशि------------------ मिथुन
सूर्य राशि-------------------- मीन
रितु------------------------ वसंत
आयन------------------ उत्तरायण
संवत्सर---------------------- नल
संवत्सर (उत्तर) ----------------नल
विक्रम संवत---------------- 2079
विक्रम संवत (कर्तक)--------- 2078
शाका संवत---------------- 1944
वृन्दावन
सूर्योदय-------------- 06:04:37
सूर्यास्त--------------- 18:38:25
दिन काल------------- 12:33:47
रात्री काल------------- 11:25:07
चंद्रोदय---------------- 09:53:58
चंद्रास्त---------------- 24:23:29
लग्न---- मीन 23°1' , 353°1'
सूर्य नक्षत्र------------------ रेवती
चन्द्र नक्षत्र--------------- मृगशीर्षा
नक्षत्र पाया------------------- लोहा
🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩
वो---- मृगशिरा 09:08:36
का---- मृगशिरा 15:54:22
की---- मृगशिरा 22:40:21
कु---- आर्द्र 29:26:21
💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य=मीन 23:12 रेवती , 2 दो
चन्द्र =वृषभ 28°23, मृगशिरा, 2 वो
बुध = मीन 27 ° 07' रेवती ' 4 ची
शुक्र=कुम्भ 07°05, धनिष्ठा ' 1 गो
मंगल=मकर 29°30 ' धनिष्ठा' 2 गी
गुरु=कुम्भ 28°30 ' पू o भा o, 3 दा
शनि=मकर 27°33 ' धनिष्ठा ' 2 गी
राहू=(व)वृषभ 00°20' कृतिका , 2 ई
केतु=(व)वृश्चिक 00°20 विशाखा , 4 तो
🚩💮🚩 मुहूर्त प्रकरण 🚩💮🚩
राहू काल 13:56 - 15:30 अशुभ
यम घंटा 06:05 - 07:39 अशुभ
गुली काल 09:13 - 10:47 अशुभ
अभिजित 11:56 -12:47 शुभ
दूर मुहूर्त 10:16 - 11:06 अशुभ
दूर मुहूर्त 15:17 - 16:08 अशुभ
💮चोघडिया, दिन
शुभ 06:05 - 07:39 शुभ
रोग 07:39 - 09:13 अशुभ
उद्वेग 09:13 - 10:47 अशुभ
चर 10:47 - 12:22 शुभ
लाभ 12:22 - 13:56 शुभ
अमृत 13:56 - 15:30 शुभ
काल 15:30 - 17:04 अशुभ
शुभ 17:04 - 18:38 शुभ
🚩चोघडिया, रात
अमृत 18:38 - 20:04 शुभ
चर 20:04 - 21:30 शुभ
रोग 21:30 - 22:55 अशुभ
काल 22:55 - 24:21 अशुभ
लाभ 24:21 - 25:47 शुभ
उद्वेग 25:47 - 27:12 अशुभ
शुभ 27:12 - 28:38 शुभ
अमृत 28:38 - 30:04 शुभ
💮होरा, दिन
बृहस्पति 06:05 - 07:07
मंगल 07:07 - 08:10
सूर्य 08:10 - 09:13
शुक्र 09:13 - 10:16
बुध 10:16 - 11:19
चन्द्र 11:19 - 12:22
शनि 12:22 - 13:24
बृहस्पति 13:24 - 14:27
मंगल 14:27 - 15:30
सूर्य 15:30 - 16:33
शुक्र 16:33 - 17:36
बुध 17:36 - 18:38
🚩होरा, रात
चन्द्र 18:38 - 19:36
शनि 19:36 - 20:33
बृहस्पति 20:33 - 21:30
मंगल 21:30 - 22:27
सूर्य 22:27 - 23:24
शुक्र 23:24 - 24:21
बुध 24:21 - 25:18
चन्द्र 25:18 - 26:15
शनि 26:15 - 27:12
बृहस्पति 27:12 - 28:09
मंगल 28:09 - 29:06
सूर्य 29:06 - 30:04
🚩💮 उदयलग्न प्रवेशकाल 💮🚩
मीन > 05:04 से 06:30 तक
मेष > 06:30 से 09:16 तक
वृषभ > 09:16 से 10:56 तक
मिथुन > 10:56 से 12:16 तक
कर्क > 12:16 से 14:36 तक
सिंह > 14:36 से 15:40 तक
कन्या > 15:40 से 07:54 तक
तुला > 07:54 से 09:20 तक
वृश्चिक > 09:20 से 00:32 तक
धनु > 00:32 से 01:36 तक
मकर > 01:32 से 03:22 तक
कुम्भ > 03:22 से 05:04 तक
🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट
नोट-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
💮दिशा शूल ज्ञान-------------दक्षिण
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा केशर खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll
🚩 अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।
6 + 5 + 1 = 12 ÷ 4 = 0 शेष
मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l
🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
बुध ग्रह मुखहुति
💮 शिव वास एवं फल -:
6 + 6 + 5 = 17 ÷ 7 = 3 शेष
वृषभारूढ़ = शुभ कारक
🚩भद्रा वास एवं फल -:
स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।
💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮
नवरात्रि षष्ठम् दिवस कात्यायनी पूजन
स्कंध षष्ठी
यमुना षष्ठी
अशोक षष्ठी (बंगाल)
विश्व स्वास्थ दिवस
💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮
तादृशी जायते बुध्दिर्व्यवसायोऽपि तादृशः ।
सहायास्तादृशा एव यादृशी भवितव्यता ।।
।। चा o नी o।।
सर्व शक्तिमान के इच्छा से ही बुद्धि काम करती है, वही कर्मो को नियंत्रीत करता है. उसी की इच्छा से आस पास में मदद करने वाले आ जाते है.
🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩
गीता -: गुणत्रयविभागयोग अo-14
यदा सत्त्वे प्रवृद्धे तु प्रलयं याति देहभृत् ।,
तदोत्तमविदां लोकानमलान्प्रतिपद्यते ॥,
जब यह मनुष्य सत्त्वगुण की वृद्धि में मृत्यु को प्राप्त होता है, तब तो उत्तम कर्म करने वालों के निर्मल दिव्य स्वर्गादि लोकों को प्राप्त होता है॥,14॥,
💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
लाभ के अवसर हाथ आएंगे। अध्यात्म में रुचि रहेगी। सत्संग का लाभ मिलेगा। कुसंगति से हानि होगी, बचें। व्यवसाय ठीक चलेगा। अच्छी बात का भी विरोध हो सकता है। धैर्य रखें। अज्ञात भय सताएगा। शारीरिक कष्ट संभव है। प्रतिद्वंद्विता में वृद्धि होगी। कानूनी अड़चन दूर होगी।
🐂वृष
प्रेम-प्रसंग में जोखिम न लें। कोर्ट व कचहरी के काम निबटेंगे। धन प्राप्ति सुगम होगी। बेवजह खर्च होगा। तनाव रहेगा। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। प्रसन्नता तथा संतुष्टि रहेगी। जल्दबाजी न करें। शत्रु पस्त होंगे। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। शारीरिक कष्ट संभव है।
👫मिथुन
थोड़े प्रयास से ही काम बनेंगे। कार्यप्रणाली की प्रशंसा मिलेगी। आय में वृद्धि होगी। प्रेम-प्रसंग के अवसर सहज ही प्राप्त होंगे। व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। पराक्रम बढ़ेगा। नए काम मिलेंगे। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें।
राशि फलादेश
🦀कर्क
आय में वृद्धि होगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। किसी बड़ी समस्या का हल सहज ही होगा। अच्छे कामों का भी विरोध हो सकता है। बुद्धि का प्रयोग आवश्यक है। भय रहेगा। चिंता बनी रहेगी। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी।
🐅सिंह
दूसरों की बातों में न आएं। विवेक व धैर्य से कार्य करें। लाभ में वृद्धि होगी। नकारात्मकता बढ़ सकती है। प्रमाद न करें। काम पर ध्यान दें। वाहन, मशीनरी व अग्नि के प्रयोग में विशेष सावधानी रखें। क्रोध व उत्तेजना से किसी उलझन में फंस सकते हैं।
🙍♀️कन्या
धनागम सहज ही होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी। नए मित्र बनेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। आत्मविश्वास बढ़ेगा। कानूनी समस्या खड़ी हो सकती है। विवाद को बढ़ावा न दें। जल्दबाजी न करें। बेचैनी रहेगी।
⚖️तुला
किसी अपने के व्यवहार से दिल को ठेस पहुंच सकती है। समय पर आवश्यक वस्तु न मिलने से तनाव रहेगा। दूसरों से अपेक्षा न करें। आय में निश्चितता रहेगी। थकान महसूस होगी। अनावश्यक विवाद को बढ़ावा न दें। परेशानी हो सकती है। दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है।
🦂वृश्चिक
पुराना रुका हुआ पैसा मिल सकता है। प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बड़ा काम करने का मन बनेगा। आय में वृद्धि होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। प्रतिद्वंद्विता में कमी होगी। प्रसन्नता रहेगी। सुख के साधन जुटेंगे। प्रमाद न करें।
⚖️धनु
अनावश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलेगी। चिड़चिड़ापन रहेगा। बेवजह कहासुनी हो सकती है। आय में निश्चितता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। शारीरिक कष्ट से बाधा संभव है। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें।
🦂मकर
किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त करेगा। अध्ययन में मन लगेगा। धनार्जन सहज होगा। आलस्य न करें। चिंता, भय व कष्ट का वातावरण बन सकता है, सावधानी रखें। जोखिम व जमानत के कार्य टालें।
🍯कुंभ
नई योजना बनेगी। सामाजिक कार्य करने का अवसर प्राप्त होगा। प्रतिष्ठा वृद्धि होगी। रुके कार्य पूर्ण होंगे। नए अनुबंध हो सकते हैं। भाग्य का साथ मिलेगा। आय में वृद्धि होगी। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। जल्दबाजी न करें। कोई भी निर्णय सोच-समझकर करें।
🐟मीन
स्थायी संपत्ति के कार्य मनोनुकूल लाभ देंगे। रोजगार में वृद्धि होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। लेन-देन में हानि संभव है। जल्दबाजी न करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। बड़ा काम करने का मन बनेगा। प्रसन्नता रहेगी। विरोधियों का पराभव होगा।
कुंडली से सम्बन्धित अन्य समस्याओं और उनके निराकरण हेतु संपर्क करें - पंडित राजेंद्र प्रसाद बेबनी
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