उत्तर नारी डेस्क

बता दें, ये पूरा मामला एकेश्वर ब्लॉक बुसरा के राजकीय प्राथमिक विद्यालय बंठोली का है। जहां बार-बार ग्रामीणों द्वारा शिकायत मिलने पर विद्यालय का औचक निरीक्षण किया गया, लेकिन इस दौरान विद्यालय बंद भी पाया गया। इस दौरान पता चला कि प्रधानाध्यापिका द्रोपदी मधवाल तो बिना बताए ही स्कूल से गायब हैं। तब जाकर मालूम हुआ कि प्रधानाध्यापिका द्रोपदी ने पठन पाठन के लिए अपनी जगह पर गांव की ही एक युवती को 10 हजार रुपये प्रति माह के आधार पर हायर कर रखा था। जो कि विद्यालय में प्रधानाध्यापिका के सभी विषय पढ़ाती थी। यही नहीं स्कूल ज्यादातर दिनों में बंद ही रहता था। इसके बाद फौरन सीईओ प्रभारी सीईओ बेसिक डॉ. आनंद भारद्वाज ने प्रधानाध्यापिका को निलंबित कर दिया है।
जानकारी के अनुसार, निलंबित प्रधानाध्यापिका द्रौपदी मधवाल मैदानी इलाके कोटद्वार की रहने वाली हैं। प्रधानाध्यापिका का हर महीने का वेतन 70 हजार के करीब है। दुर्गम स्थल में तैनाती होने के कारण वह घर में बैठे-बैठे वेतन के मजे ले रही थीं। प्रधानाध्यापिका की इस बड़ी लापरवाही का खामियाजा इलाके के गरीब छात्र भुगत रहे थे।
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