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झोलाछाप डॉक्टर के गलत इजेक्शन से गर्भवती महिला की मौत

उत्तर नारी डेस्क

उत्तराखण्ड में भी झोलाछाप डॉक्टरों का जाल बढ़ता जा रहा है। लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे है। साथ ही अपने गलत इलाज से लोगों को मौत के मुंह में भी पहुंचा रहे है। ऐसा ही मामला हल्द्वानी से सामने आया है। यहां झोलाछाप डॉक्टर की वजह से शहर में एक गर्भवती महिला की मौत हो गई। महिला को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी तो उसके परिजन उसे छड़ायल चौराहे के पास एक बंगाली डॉक्टर के पास ले गया। आरोप है कि झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज से प्रसूता और उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हो गई है। वहीं, महिला की मौत से तीन साल के मासूम के सिर से मां का साया उठ गया है तो परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है।

जानकारी के अनुसार, महिपाल मूलरूप से थाना अलीगंज, बरेली निवासी है। हाल में वह जीना कालोनी, छड़ायल निवासी है और साप्ताहिक बाजार में सब्जी की दुकान लगाता है। महिपाल और उसकी पत्नी 24 वर्षीय अनिता का तीन साल का एक बेटा है। उसकी पत्नी 7 माह की गर्भवती थी। उसे अचानक बीते मंगलवार की शाम को सांस लेने में परेशानी हुई तो वह उसे छड़ायल चौराहे के पास एक बंगाली डॉक्टर के पास ले गया। जहां डॉक्टर ने बिना बीपी नापे एक इजेक्शन लगाया और घर भेज दिया। वहीं घर पहुंचने के बाद पत्नी की तबीयत ज्यादा खराब होने लगी। जिसके बाद वह आनन-फानन में उसे सुशीला तिवारी अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। झोलाछाप डॉक्टर की एक लापरवाही के वजह से बच्चे के सिर से मां साया उठ गया। पुलिस महिला के परिवार की ओर से तहरीर मिलने के बाद डॉक्टर के खिलाफ एक्शन लेगी। पुलिस ने लोगों से झोलाछाप डॉक्टरों के पास न जाने की अपील की है।

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