उत्तर नारी डेस्क
झबरेड़ा में रोज-रोज की पुलिस दबिश और छुपने-छुपाने से आजिज़ आकर झबरेड़ा से दूर पर रोशनाबाद के नजदीक 'रावली महदूद' में एक चलता-फिरता ठिकाना लेकर चौकन्नी दशा में रहने लगी। परन्तु मानव तस्करी और पॉस्को अधिनियम जैसा अति संवेदनशील मामला होने के कारण उक्त महिला पर ईनाम की राशि ₹ 2500 से बढ़ते-बढ़ते ₹ 10000 तक हो गई पर "शातिर महिला" पकड़ी न जा सकी। अभी थोड़े ही दिन पहले थाना झबरेड़ा का चार्ज संभालने वाले चतुर थानाध्यक्ष संजीव थपलियाल द्वारा इस बेहद महत्वपूर्ण मामले व महिला की कुंडली खंगाली एवं इस मामले की तरफ ध्यान केंद्रित किया।
पेचीदा मामलों को चतुराई से सुलझाने के माहिर SO झबरेड़ा ने अपनी टीम के साथ लगते हुए एक कार्ययोजना तैयार कर सभी को अलग-अलग टास्क देते हुए हर दूसरे तीसरे दिन सभी से फीडबैक लेकर प्राप्त सभी कड़ियों को जब जोड़ा तो शातिर महिला झबरेड़ा पुलिस की गिरफ्त में आ गई और अब उसी रोशनाबाद जेल में है जहां उसका पति है।
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