पंडित राजेन्द्र प्रसाद बेबनी
षष्ठी, कृष्ण पक्ष,
भाद्रपद
""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""(समाप्ति काल)
तिथि-------------षष्ठी 20:24:03 तक
पक्ष-------------------------कृष्ण
नक्षत्र---------अश्विनी 21:56:06
योग--------------गण्ड 20:54:26
करण--------------गर 08:14:02
करण-----------वणिज 20:24:03
वार------------------------बुधवार
माह-----------सिंहे$र्क:भाद्रपद 1प्रविष्टे घी संक्रान्ति
चन्द्र राशि--------------------मेष
सूर्य राशि-------- कर्क 07:21:07
सूर्य राशि-----------------सिंह
रितु--------------------------वर्षा
आयन-----------------दक्षिणायण
संवत्सर-------------------नल
संवत्सर (उत्तर)---------------------नल
विक्रम संवत----------------2079
गुजराती संवत-------------- 2078
शक संवत------------------ 1944
🎪कोटद्वार उत्तराखण्ड 🎪
सूर्योदय--------------- 05:51:54
सूर्यास्त----------------18:54:16
दिन काल--------------13:02:21
रात्री काल--------------10:58:08
चंद्रास्त----------------10:59:43
चंद्रोदय-----------------22:29:22
लग्न---- कर्क 29°56' , 119°56'
सूर्य नक्षत्र-----------------आश्लेषा
चन्द्र नक्षत्र-----------------अश्विनी
नक्षत्र पाया------------------- स्वर्ण
🎪🎪 पद, चरण 🎪🎪
चे---- अश्विनी 09:24:33
चो---- अश्विनी 15:38:47
ला---- अश्विनी 21:56:06
ली---- भरणी 28:16:24
🎪 ग्रह गोचर 🎪
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
◼️सूर्य=कर्क 29:12 अश्लेषा
◼️चन्द्र =मेष 04 °23, अशनी
◼️मंगल=वृषभ 03°30
◼️बुध=सिहं25°07
◼️गुरु=मीन 13°30 ' उ o भा
◼️ शुक्र=कर्क,12°05
◼️शनि=कुम्भ 29°33 ' धनिष्ठा
◼️राहू=(व) मेष 23°20' भरणी
◼️केतु=(व) तुला 23°20 विशाखा
🎪🎪 मुहूर्त प्रकरण 🎪🎪
राहू काल 12:23 - 14:01 अशुभ
यम घंटा 07:30 - 09:07 अशुभ
गुली काल 10:45 - 12:23 अशुभ
अभिजित 11:57 - 12:49 अशुभ
दूर मुहूर्त 11:57 - 12:49 अशुभ
🎪गंड मूल 05:52 - 21:56 अशुभ
🎪चोघडिया, दिन
लाभ 05:52 - 07:30 शुभ
अमृत 07:30 - 09:07 शुभ
काल 09:07 - 10:45 अशुभ
शुभ 10:45 - 12:23 शुभ
रोग 12:23 - 14:01 अशुभ
उद्वेग 14:01 - 15:39 अशुभ
चर 15:39 - 17:16 शुभ
लाभ 17:16 - 18:54 शुभ
🎪चोघडिया, रात
उद्वेग 18:54 - 20:17 अशुभ
शुभ 20:17 - 21:39 शुभ
अमृत 21:39 - 23:01 शुभ
चर 23:01 - 24:23 शुभ
रोग 24:23 - 25:46 अशुभ
काल 25:46 - 27:08 अशुभ
लाभ 27:08 - 28:30 शुभ
उद्वेग 28:30 - 29:52 अशुभ
🎪होरा, दिन
बुध 05:52 - 06:57
चन्द्र 06:57 - 08:02
शनि 08:02 - 09:07
बृहस्पति 09:07 - 10:13
मंगल 10:13 - 11:18
सूर्य 11:18 - 12:23
शुक्र 12:23 - 13:28
बुध 13:28 - 14:33
चन्द्र 14:33 - 15:39
शनि 15:39 - 16:44
बृहस्पति 16:44 - 17:49
मंगल 17:49 - 18:54
🎪होरा, रात
सूर्य 18:54 - 19:49
शुक्र 19:49 - 20:44
बुध 20:44 - 21:39
चन्द्र 21:39 - 22:34
शनि 22:34 - 23:28
बृहस्पति 23:28 - 24:23
मंगल 24:23 - 25:18
सूर्य 25:18 - 26:13
शुक्र 26:13 - 27:08
बुध 27:08 - 28:03
चन्द्र 28:03 - 28:58
शनि 28:58 - 29:52
🎪 उदयलग्न प्रवेशकाल 🎪
▪️कर्क > 02:47 से 05:04 तक
▪️सिंह > 05:04 से 07:10 तक
▪️कन्या > 07:10 से 09:20 तक
▪️तुला > 09:20 से 11:34 तक
▪️वृश्चिक > 11:34 से 13:50 तक
▪️धनु > 13:50 से 16:20 तक
▪️मकर > 16:20 से 17:54 तक
▪️कुम्भ > 17:54 से 19:26 तक
▪️मीन > 19:26 से 20:00 तक
▪️मेष > 20:00 से 10:32 तक
▪️वृषभ > 10:32 से 00:24 तक
▪️मिथुन > 00:24 से 02:44 तक
🎪विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट--------- जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट------ अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट------------ मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट--------बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54-----जैसलमेर -15 मिनट
नोट-- दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
🎪दिशा शूल ज्ञान-------------उत्तर
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो पान अथवा पिस्ता खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll
🎪 अग्नि वास ज्ञान -:
यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,
चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।
दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,
नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।। महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्
नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।
15 + 6 + 4 + 1 = 26 ÷ 4 = 2 शेष
आकाश लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l
🎪🎪 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 🎪🎪
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
गुरु ग्रह मुखहुति
🎪 शिव वास एवं फल -:
21 + 21 + 5 = 47 ÷ 7 = 5 शेष
ज्ञानवेलायां = कष्ट कारक
🎪भद्रा वास एवं फल -:
स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।
मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।
रात्रि 20:24 तक समाप्त
स्वर्ग लोक = शुभ कारक
🌞🍁🍁 विशेष जानकारी 🍁🍁🌞
सिंहॆ सूर्य प्रातः 07: 21पर
हल षष्ठी
बलदेव षष्ठी
अक्षय षष्ठी
🌞🍁🍁 शुभ विचार 🍁🍁🌞
राजा राष्ट्रकृतं पापं राज्ञः पापं पुरोहितः ।
भर्ता च स्त्रीकृतं पापं शिष्यपापं गुरुस्तथा ।।
।। चा o नी o।।
राजा को उसके नागरिको के पाप लगते है. राजा के यहाँ काम करने वाले पुजारी को राजा के पाप लगते है. पति को पत्नी के पाप लगते है. गुरु को उसके शिष्यों के पाप लगते है।
🎪🎪 सुभाषितानि 🎪🎪
गीता -: मोक्षसान्यांसयोग अo-18
भक्त्या मामभिजानाति यावान्यश्चास्मि तत्त्वतः।,
ततो मां तत्त्वतो ज्ञात्वा विशते तदनन्तरम्॥,
उस पराभक्ति के द्वारा वह मुझ परमात्मा को, मैं जो हूँ और जितना हूँ, ठीक वैसा-का-वैसा तत्त्व से जान लेता है तथा उस भक्ति से मुझको तत्त्व से जानकर तत्काल ही मुझमें प्रविष्ट हो जाता है॥,55॥,
🎪🎪 दैनिक राशिफल 🎪🎪
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष:----यात्रा मनोरंजक रहेगी। आय में अधिक व्यय से मनोबल कमजोर पड़ सकता है। शत्रु परास्त होंगे। बेरोजगारी दूर होगी। व्यापार में कर्मचारियों पर अधिक विश्वास न करें। आर्थिक स्थिति कमजोर रहेगी।
🐂वृष:---यात्रा, नौकरी व निवेश लाभदायक रहेंगे। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रसन्नता बनी रहेगी। संतान की शिक्षा संबंधी समस्या रह सकती है। कार्य, व्यवसाय के क्षेत्र में विभिन्न बाधाओं से मन अशांत रहेगा। संपत्ति के कार्य लाभ देंगे।
👫मिथुन:---प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। चिंता रहेगी। प्रमाद न करें। परेशानियों का मुकाबला करके भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकेंगे। शिक्षा व ज्ञान में वृद्धि होगी। राजकीय बाधा दूर होगी। अधूरे पड़े काम पूरे होने के योग हैं।
🦀कर्क:---नए संबंध लाभदायी सिद्ध होंगे। व्यावसायिक क्षेत्र में सफलता का विशेष योग है। व्यापारिक निर्णय जल्दबाजी में न लें। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। विवाद को बढ़ावा न दें। कुसंगति से हानि होगी। आय कम होगी।
🐅सिंह:---राजकीय बाधा दूर होगी। पूजा-पाठ में मन लगेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। निवेश शुभ रहेगा। प्रसन्नता रहेगी। अपनी वस्तुएं संभालकर रखें। जीवनसाथी से मतभेद। व्यवहारकुशलता से समस्या का समाधान हो सकेगा। वाहन सावधानी से चलाएं।
🙍♀️कन्या:---प्रसन्नता रहेगी। उत्तम मनोबल आपकी सभी समस्याओं को हल कर देगा। प्रतिष्ठित जनों से मेलजोल बढ़ेगा। व्यापार में नए प्रस्ताव मिलेंगे। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। योजना फलीभूत होगी। नए अनुबंध होंगे, प्रयास करें।
⚖️तुला:---डूबी हुई रकम प्राप्त होगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। प्रसन्नता रहेगी। सार्वजनिक कार्यों में समय व्यतीत होगा। संतान की ओर से शुभ समाचार मिलेंगे। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। रोजगार के क्षेत्र में उन्नति होगी।
🦂वृश्चिक:----वस्तुएं संभालकर रखें। आपकी मिलनसारिता व धैर्यवान प्रवृत्ति आपके जीवन में आनंद का संचार करेगी। स्थायी संपत्ति में वृद्धि होगी। व्यापार अच्छा चलेगा। फालतू खर्च होगा। शारीरिक कष्ट संभव है। दूसरों पर अतिविश्वास न करें।
🏹धनु:---यात्रा, निवेश व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। जोखिम न उठाएं। प्रसन्नता रहेगी। धर्म के कार्यों में रुचि आपके मनोबल को ऊंचा करेगी। आर्थिक स्थिति में सुधार की संभावना है। व्ययों में कमी करना चाहिए।
🐊मकर:---पुराने मित्र व संबंधियों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। स्वाभिमान बना रहेगा। नौकरी में मनचाही पदोन्नति मिलने के योग बनेंगे। स्वास्थ्य की ओर ध्यान दें। रुका धन मिलेगा। व्यापार में नए अनुबंध होंगे। अजनबियों पर विश्वास न करें।
🍯कुंभ:---मेहनत सफल रहेगी। कार्य की प्रशंसा होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। दौड़धूप अधिक रहेगी। बुरी खबर मिल सकती है। वाणी पर नियंत्रण रखें। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। समाज में आपके कार्यों की आलोचना होगी।
🐟मीन:---राजकीय सहयोग मिलेगा एवं इस क्षेत्र के व्यक्तियों से संबंध बढ़ेंगे। वाणी पर संयम रखें। ऐश्वर्य के साधन मिलेंगे। विद्यार्थियों को प्रतियोगिता में सफलता मिलेगी। व्यापार अच्छा चलेगा। कार्य निर्णय बहुत शांति से विचार करके करना ही शुभ है।
कुंडली से सम्बन्धित अन्य समस्याओं और उनके निराकरण हेतु संपर्क करें - पंडित राजेंद्र प्रसाद बेबनी
मोबाइल नंबर - 91 78953 06243
यह भी पढ़ें - कोटद्वार : 20 ग्राम अवैध चरस के साथ एक गिरफ्तार