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किसानों के लिए आफत बनी बारिश, धान की फसल को हुआ भारी नुकसान

उत्तर नारी डेस्क 

उत्तराखण्ड सहित किच्छा मे तीन दिनों से लगातार बारिश जारी है. इसकी वजह से किसानों के सामने भारी मुसीबत खड़ी हो गई है. किच्छा के कई गांवों में बारिश की मार से धान की फसल जमीन पर लेट गई है, जिससे किसानों के सामने जीवनयापन का संकट खड़ा हो गया है. किच्छा क्षेत्र के रहने वाले किसान समीर ने बताया कि 3 दिन से हो रही बारिश की वजह से उनके गांव और उसके आसपास के इलाकों में धान की फसल को भारी नुकसान हुआ है. पिछली बार भी इसी वक्त भारी बारिश ने फसलों को नुकसान पहुंचा था.

पिछले साल भी बारिश से फसल हुई थी बर्बाद

समीर आगे बताते हैं कि पिछली बार प्रशासन ने मुआवजे की बात कही थी लेकिन वह अभी तक नहीं मिल पाई है. इस बार की जोरदार बारिश ने फिर से हम सभी को मुश्किलों में डाल दिया है. अगर इसी तरह बारिश कुछ दिन और जारी रही तो सारी फसल बर्बाद होने की वजह से हमारे सामने जीवनयापन का संकट आ जाएगा

पहले सूखा अब बारिश की मार 

बता दें कि इस साल मॉनसून बेहद कमजोर रहा है.  उत्तराखंड के तकरीबन उधम सिंह नगर  जिले सूखे की भयंकर मार झेल रहे थे. धान की बुवाई के वक्त बारिश ना होने की वजह से फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है. बारिश और सिंचाई के आभाव में धान के पौधे मुरझा गए. सरकार से राज्य को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग भी की गई थी. किसान काफी वक्त से बारिश का इंतजार कर रहे थे. हालांकि, तेज बारिश की मार से प्रदेश में कई जगहों धान की खड़ी फसलों को भारी नुकसान हुआ है.

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