उत्तर नारी डेस्क
बता दें, 31 अक्टूबर को कोतवाली में जीवानंदपुर के लोगों के साथ पहुंचकर कांग्रेस नेता रंजना रावत ने पुलिस अधिकारियों से इस मामले अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं करने का कारण जाना और मामले में कार्रवाई नहीं होने पर आक्रोश जताया। मृतका की मां ने बताया कि उनकी पुत्री अनीता का 12 वर्ष पूर्व कोटद्वार के जीवानंदपुर निवासी मोहन सिंह से विवाह हुआ था। विवाह के बाद ससुराल वाले उनकी बेटी को दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे थे। उनकी दहेज की मांग पूरी करने के बाद भी उन्होंने उनकी बेटी को सतना बंद नहीं किया और लड़के की लालशा के चलते फिर से बेटी का उत्पीड़न शुरू कर दिया। इसी बात को लेकर चार माह पूर्व उन्होंने उनकी बेटी के साथ मारपीट भी की, लेकिन उस समय पुलिस ने दोनों का राजीनामा भी करवाया था।
परिजनों ने बताया कि 26 अक्टूबर की सुबह उनके दामाद ने उन्हें फोन किया और अपनी बेटी अनीता को यहां से ले जाने और उसे अपने साथ नहीं रखने की धमकी दी थी। उसी रात 8:30 पर उनके दामाद ने फोन किया और उनकी बेटी की जहर खाकर मरने की दुःखद सूचना दी। मृतका की मां का आरोप है कि है ससुराल वालों ने ही उनकी बेटी को जहर खिलाकर मारा है। उन्होंने इस मामले में 27 अक्टूबर को बेटी के ससुराल वालों के खिलाफ तहरीर दी गई थी, लेकिन इस मामले में आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जिससे मृतका की परिजन काफी आहत हुए हैं। इसी के कारण परिजनों को ठाणे में पहुंचकर हंगामा किया और इस मामले में तत्काल मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की। वहीं, एसएसआई जगमोहन रमोला ने बताया कि इस मामले में जांच जारी है।
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